ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज गेंदबाज शेन वॉर्न (Shane Warne) के निधन से क्रिकेट जगत को बड़ा झटका लगा है, सिर्फ 52 साल की उम्र में शेन वॉर्न के अचानक इस तरह दुनिया को अलविदा कहने पर क्रिकेट से जुड़े लोगों को यकीन करना मुश्किल हो रहा है। शेन वॉर्न को उन खिलाड़ियों की लिस्ट में रखा जाता है जिन्होंने क्रिकेट खेलने के तरीके और अपने अंदाज से क्रिकेट प्रेमियों के दिल और दिमाग में अमिट छाप छोड़ी है। सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ही नहीं बल्कि भारत में भी स्पिन गेंदबाजी के जादूगर के करोड़ों चाहने वाले हैं।
शेन वॉर्न (Shane Warne) को क्रिकेट इतिहास का अबतक का सबसे बड़ा स्पिन गेंदबाज माना जाता है। अगर कभी 140 साल के क्रिकेट के इतिहास की बेस्ट प्लेइंग XI बनाई जाएगी तो उसमें शेन वॉर्न का नाम होना लाजमी है, अपने इंटरनेशनल करियर में 1001 विकेट और 'बॉल ऑफ द सेन्चुरी' डालने वाले इस खिलाड़ी का भारत की सबसे लोकप्रिय क्रिकेट लीग आईपीएल से खास नाता रहा है। इस लेख के जरिए हम आपको शेन वॉर्न की आईपीएल से जुड़ी 3 खास उपलब्धियों के बारे में बताने वाले हैं।
1. रवींद्र जडेजा को दिया 'रॉकस्टार' का नाम
टीम इंडिया के मौजूदा समय के सबसे बेहतरीन ऑल राउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) के हुनर की पहचान शेन वॉर्न ने साल 2008 में ही कर दी थी। उस समय जडेजा 19 साल के युवा खिलाड़ी थे। मलेशिया में U19 विश्व कप विजेता भारतीय पक्ष का हिस्सा होने के बाद, जडेजा को राजस्थान रॉयल्स द्वारा तैयार किया गया, जिन्होंने उन पर बहुत विश्वास दिखाया। इसमें शेन वॉर्न का अहम रोल था।
एक बातचीत के दौरान रवींद्र जडेजा का जिक्र करते हुए शेन वॉर्न (Shane Warne) ने उनको रॉकस्टार कहा था। अपने कप्तान के द्वारा दिए गए इस टैग को रवींद्र जडेजा ने सही साबित किया। आज के समय में रवींद्र जडेजा वाकई में रॉकस्टार की तरह प्रदर्शन करते हैं। टीम इंडिया में रवींद्र जडेजा की भूमिका बेहद अहम है, भारत और श्रीलंका के बीच जारी मोहाली टेस्ट में जडेजा ने 175 रनों की नाबाद पारी खेल कर इस बात का सबूत भी दिया है।
2. डेक्कन चार्जर्स की बल्लेबाजी की तोड़ी कमर
शेन वार्न (Shane Warne) अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे चतुर स्पिनरों में से एक थे और उन्होंने जब भी और जहां भी खेला, उन्होंने अपनी प्रतिभा से सभी को चौंका दिया। उनका यह गुण तब भी स्पष्ट हुआ जब उन्होंने आईपीएल के 2010 के सीजन में अपने सर्वश्रेष्ठ आंकड़े दर्ज किए और मैच में अपने दम पर राजस्थान रॉयल्स को जीत दिलाई।
राजस्थान रॉयल्स और डेक्कन चार्जर्स के बीच खेले गए इस विशेष आईपीएल खेल में, वार्न की टीम ने पहले बल्लेबाजी की और 159 रनों पर आउट हो गई। चार्जर्स ने रॉयल्स की गेंदबाजी लाइनअप पर एक युवा रोहित शर्मा के साथ अच्छी तरह से पीछा करना शुरू कर दिया! अपने स्पेल के पहले दो ओवरों में वॉर्न को एक भी विकेट नहीं मिला। लेकिन इसके बाद उन्होंने मजबूत वापसी की और अगले 2 ओवर में 4 विकेट चटका दिए। इसने चार्जर्स को 86/3 से 139/7 पर खिसका दिया। अंत में राजस्थान रॉयल्स ने इस मैच में जीत हासिल कर ली।
3. Shane Warne है IPL ट्रॉफी जीतने वाले पहले कप्तान
दुनिया की सबसे मुश्किल लीग आईपीएल की पहली ट्रॉफी जीतने वाले शेन वॉर्न (Shane Warne) ही थे। साल 2008 में आईपीएल के पहले सीजन में राजस्थान रॉयल्स ने शेन वॉर्न की कप्तानी में आईपीएल ट्रॉफी पर कब्जा किया था। इस सीजन में राजस्थान रॉयल्स की टीम में बड़े नामों की मौजूदगी नहीं थी। किसी ने भी सीजन की शुरुआत में इस टीम के जीतने की उम्मीद नहीं की थी, लेकिन शेन वॉर्न ने नामुमकिन काम को मुमकिन कर दिखाया था।
आईपीएल के पहले सीजन के सेमी फाइनल में राजस्थान रॉयल्स ने शक्तिशाली दिल्ली डेयरडेविल्स (अब कैपिटल्स) को एकतरफा सेमीफाइनल में हरा दिया। इसके बाद फाइनल में शेन वॉर्न (Shane Warne) की अगुवाई वाली टीम ने महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स को हराकर पहला आईपीएल चैंपियन खिताब अपने नाम किया था।