क्रिकेट, एक ऐसा खेल जिसे भारत में सिर्फ खेल ही नहीं माना जाता, बल्कि इससे लोग भावात्मक रुप से जुड़े हुए हैं। इसीलिए तो जब किसी का बच्चा क्रिकेट का बल्ला पकड़ता है, तो मां-बाप ही होते हैं, जो अपने बच्चे के सपनों में पंख लगाने के लिए उसे प्रेरित करते हैं, जिसमें से कई बड़े क्रिकेटर बनकर मां-बाप को गर्व महसूस करने का मौका देते हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे ही क्रिकेटर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके पिता ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए अपनी पुलिस की नौकरी तक छोड़ दी थी।
Sanju Samson के पिता ने छोड़ी थी नौकरी
एक पिता अपने बच्चों के सपनों को साकार करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहता है। इसका एक उदाहरण आपको Sanju Samson के पिता द्वारा मिल जाएगा। दरअसल, सैमसन के पिता केरल पुलिस में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत थे।
संजू के क्रिकेट करियर को बनाने में इन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, इसके लिए उन्होंने अपनी नौकरी भी छोड़ दी. संजू के भाई सैली सैमसन भी क्रिकेट खेलते हैं। अपनी स्कूल शिक्षा लेने के बाद Sanju Samson ने क्रिकेट की कोचिंग लेना शुरु किया। साल 2018 में संजू सैमसन ने अपने कॉलेज की बैचमेट चारुलथा से शादी की।
सैमसन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं कर सके खुद को साबित
Sanju Samson ने 2011 में घरेलू क्रिकेट खेलना शुरु किया। वह केरल के लिए विकेटकीपर-बल्लेबाज की भूमिका निभाते हैं। तभी उनके घरेलू प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय चयनकर्ताओं ने उन्हें 2015 में जिम्बाव्बे के खिलाफ पहली बार अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का मौका दिया।
जहां, ये बल्लेबाज खुद को साबित करने में नाकामयाब रहा। इसके बाद 2020 में एक बार फिर घरेलू प्रदर्शन को देखते हुए सैमसन को भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका मिला, मगर बदकिस्मती से फिर वह खुद को साबित नहीं कर सके। साल 2020 के आखिर में जब भारतीय टीम, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई, तब टीम मैनेजमेंट ने ऋषभ पंत को स्क्वाड में नहीं चुना और Sanju Samson को तीनों टी20आई मैच खेलने का मौका दिया। अब तक कुल 7 T20I मैचों में सैमसन ने 83 रन बनाए हैं।
आईपीएल 2021 में करेंगे राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी
आईपीएल 2021 के लिए राजस्थान रॉयल्स ने स्टीव स्मिथ को रिलीज कर दिया और टीम की कमान केरल के विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन ( Sanju Samson) को सौंपी है। सैमसन की कप्तानी में राजस्थान के फैंस को फ्रेंचाइजी से काफी उम्मीदें होंगी, क्योंकि पिछले कुछ सीजनों से टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है और वह लंबे वक्त से टॉप-4 में भी जगह नहीं बना सकी है। हालांकि देखना दिलचस्प होगा की राजस्थान रॉयल्स का नया कप्तान उन्हें किन ऊंचाईयों तक लेकर जाता है।