लॉर्ड्स टेस्ट (Lords Test) में इंग्लैंड को 151 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ रहा है. इस वजह से रूट समेत पूरी टीम पर सवाल उठ रहे हैं. अब सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने भी इंग्लिश टीम और उनकी प्लानिंग पर निशाना साधा है. क्या कुछ मास्टर ब्लास्टर ने इस बारे में कहा है कि, हम आपको अपनी इस रिपोर्ट के जरिए पूरी जानकारी देंगे.
पूर्व कप्तान ने इंग्लैंड के बल्लेबाजी को लेकर जताई हैरानी
दरअसल पूर्व भारतीय कप्तान और महान बल्लेबाज का मानना है कि, इंग्लैंड के बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजी आक्रमण से घबरा रहे हैं. मौजूदा टीम भारत के विश्वस्तरीय तेज गेंदबाजी आक्रमण से पूरी तरह हैरान है. ऐसे में केवल अंग्रेजी कप्तान जो रूट (Joe Root) ही बड़ा शतक लगाने में सक्षम दिखाई दे रहे हैं. उनका कहना है कि, इंग्लैंड के कप्तान रूट ने टॉस जीतने के बाद जब टीम इंडिया को बल्लेबाजी के लिए न्योता दिया तो वो भी हैरान थे और यह महसूस कर रहे थे कि उनकी टीम भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण से घबरा गई है.
इस बारे में पीटीआई के साथ खास बातचीत करते हुए सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने कहा कि,
‘जब मैंने टॉस जीतकर जो रूट को भारत को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित करते देखा तो मैं वाकई काफी हैरान था और मुझे लगा कि यह अपने आप में एक संकेत था कि इंग्लैंड हमारे तेज गेंदबाजी आक्रमण को लेकर चिंतित था. सच कहूं तो मैंने शुक्रवार सुबह लगभग 8 बजे एक दोस्त को बताया था कि यदि मौसम ने साथ दिया तो हम यह टेस्ट मैच जीतेंगे. हमारे सलामी बल्लेबाजों को भी श्रेय मिलना चाहिए वो पहली पारी में शानदार थे.’
जो रूट के अलावा इंग्लैंड का एक भी बल्लेबाज बड़ा स्कोर करने में सक्षम नहीं!
आगे बातचीत करते हुए इंग्लैंड की बल्लेबाजी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा कि,
‘इस बल्लेबाजी क्रम में जो रूट के अलावा मैं किसी को भी नियमित तौर पर बड़ी शतकीय पारी खेलते हुए नहीं देख रहा हूं. शायद वो किसी मैच में बड़ा स्कोर कर दें. लेकिन, मैं निरंतर रूप से ऐसी पारी की बात कर रहूं. पहले की टीमों में एलिस्टर कुक, माइकल वॉन, केविन पीटरसन, इयान बेल, जोनाथन ट्रॉट, एंड्रयू स्ट्रॉस जैसे कई खिलाड़ी थे जो लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते थे.’
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने अपनी बातचीय के दौरान यह भी कहा कि, ‘मुझे लगता है कमजोर बल्लेबाजी के कारण रूट ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया होगा.’ दरअसल लॉर्ड्स की पहली पारी में बेहतरीन शतक जड़ते हुए जो रूट ने नाबाद 180 रन बनाए थे. लेकिन, दूसरी पारी में वो सिर्फ क्रीज पर आखिरी सेशन तक ही नहीं बल्कि हार से भी टीम को नहीं बचा सके. उनका विकेट गिरते ही 272 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी उनकी टीम सिर्फ 120 रनों में ही सिमट गई.