भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही चार मैचों की टेस्ट सीरीज में मेजबान टीम इंडिया ने 2-1 से बढ़त हासिल कर ली है। अहमदाबाद में खेले जाने वाले चौथे टेस्ट मैच से पहले भारत के दिगग्ज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए पिच की आलोचना करने वालों को करारा जवाब दिया है। साथ ही उन्होंने ये साफ कर दिया है कि उन्हें युवराज सिंह के ट्वीट का बिल्कुल भी बुरा नहीं लगा।
पिच की आलोचना करनी चाहिए बंद
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भारत ने 10 विकेट से जीत दर्ज की और मैच सिर्फ 2 दिन में ही खत्म हो गया। जिस तरह से पिच पर स्पिनर्स को मदद मिल रही थी, उसके बाद से ही पिच की कई दिग्गज खिलाड़ियों द्वारा आलोचना की जा रही है। रविचंद्रन अश्विन ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में पिच को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा,
"अच्छी क्रिकेट पिच क्या है? गेंदबाज मैच में थे। रन बनाने के लिए बल्लेबाजों को अच्छी बल्लेबाजी करने की जरूरत थी। निश्चित रूप से इसे लेकर कोई प्रश्न नहीं है। अच्छी पिच कैसे बनाते हैं? कौन इसे परिभाषित करता है? पहले दिन गेंद सीम करेगा और अंतिम दो दिन स्पिन होगा। ऐसे नियम कौन बनाते हैं? हमें इस बहस को यहीं खत्म कर देना चाहिए और इसे लेकर ज्यादा ड्रामा नहीं करना चाहिए।"
युवराज सिंह की बातों का नहीं लगा बुरा
रविचंद्रन अश्विन ने तीसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में जोफ्रा आर्चर का विकेट लेते हुए अपने 400 टेस्ट विकेट पूरे कर लिए और इशांत शर्मा ने अपना 100वां टेस्ट खेला था। इसपर दिग्गज युवराज सिंह ने खिलाड़ियों को तंज कसते हुए बधाई दी। वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में जब युवराज को लेकर अश्विन से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा,
"उनके ट्वीट का मतलब किसी एक व्यक्ति को लेकर नहीं था। जब मैंने युवराज के ट्वीट को पढ़ा तो ईमानदारी से कहूं तो मुझे बिलकुल भी गलत नहीं लगा। मुझे बिलकुल भी ऐसा नहीं लगा कि वह कुछ कह रहे हैं या कुछ सुझाव देने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे इसमें कुछ भी गलत नहीं लगा। उनके लिए मेरे अंदर बहुत सम्मान है। पिच के बारे में बात करना हमारी समझ से बाहर है।"
उन पिचों पर नहीं करते बात जहां हमें मिलती है हार
रविचंद्रन अश्विन ने पिच को लेकर चल रही चर्चा पर आगे कहा कि जो लोग इस वक्त पिच की आलोचना कर रहे हैं, वह उन पिचों की बात क्यों नहीं करते जहां टीम इंडिया को हार मिलती है। उन्होंने कहा,
"आप उन पिचों के बारे में बात क्यों नहीं करते जहां हमें हार मिलती है। जब हम किसी दूसरे देश में खेलते हैं तब कोई क्यों नहीं इस पर बात करता है। मुझे यह उस समय बहुत ही मजाक लगता है जब वे पिच के बारे में बात करते हैं। यहां यही मुद्दा है। जब हम न्यूजीलैंड गए और दोनों टेस्ट मैच पांच दिन के अंदर खत्म हो गए, तब किसी ने भी इसके बारे में बात नहीं की। मुझे नहीं लगता है कि हमें ऐसे विचारों को बढ़ावा देना चाहिए।"