रवि शास्त्री (Ravi shastri) समेत कुछ स्टाफ के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद जिस बात का डर लोगों को सता रहा था. आखिर में वही हुआ. भारत-इंग्लैंड के बीच होने वाला मैनचेस्टर मुकाबला (Manchester Test Cancelled) रद्द कर दिया गया. इस टेस्ट की शुरूआत से एक दिन पहले ही टीम इंडिया के असिस्टेंट फीजियो योगेश परमार (Yogesh Parmar) की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके चलते खिलाड़ियों का प्रैक्टिस सेशन भी गुरूवार को रोक दिया गया था.
मैनचेस्टर टेस्ट हुआ रद्द
बीसीसीआई और ईसीबी के बीच मैच को लेकर लगातार बातचीत जारी थी. लेकिन, अंत में शुक्रवार को मैच रद्द करने का निर्णय लिया गया. सीरीज के इस मुकाबले के रद्द होने के बाद इंग्लिश मीडिया का गुस्सा फूट पड़ा है. इसलिए उन्होंने टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) इसका जिम्मेदार ठहरा दिया है. क्योंकि टीम इंडिया में कोरोना की एंट्री उन्हीं के जरिए हुई.
सबसे पहले रवि शास्त्री (Ravi shastri) इस वायरस से संक्रमित पाए गए थे. इसके बाद एक-एक कर सपोर्ट स्टाफ के 4 और सदस्य इस महामारी का शिकार हो गए. दरअसल, इंग्लैंड की मीडिया इस बात को लेकर भी नाराजगी जता रही है क्योंकि भारतीय कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) बीते हफ्ते एक बुक लॉन्च इवेंट में पहुंचे थे. इन दोनों के साथ टीम के और भी खिलाड़ी, सपोर्ट स्टाफ के सदस्य इसमें हिस्सा लेने पहुंचे थे.
भारत के कोच की गलती अब टीम इंडिया पर पड़ी भारी
इस बुक लॉन्च इवेंट के बाद इस तरह की भी खबरें सामने आई थीं कि होटल स्टाफ के अलावा इसमें शामिल ज्यादातर लोगों ने मास्क का नहीं पहना था और ऐसे लोग भारतीय कोच के संपर्क में भी आए थे. इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के 4 दिन बाद ही रवि शास्त्री (Ravi shastri) की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई. उनके संपर्क में आने से गेंदबाजी कोच भरत अरूण (Bharat Arun), फील्डिंग कोच आर. श्रीधर (R Sridhar) और फीजियो नितिन पटेल (Nitin Patel) भी इसकी चपेट में आ गए.
इस मामले के सामने आने के बाद सभी को होटल में ही क्वारंटीन किया गया था और इनमें से ज्यादातर लोग ओवल टेस्ट के अंतिम दिन स्टेडियम में भी मौजूद नहीं थे. टीम इंडिया के कोच समेत सपोर्ट स्टाफ के 4 सदस्यों के संक्रमित होने का मामला थमा भी नहीं था कि, मैनचेस्टर टेस्ट से एक दिन पहले ही असिस्टेंट फीजियो योगेश परमार भी कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए.
इंग्लिश मीडिया का टीम इंडिया और कोच पर फूटा गुस्सा
योगेश परमार की रिपोर्ट सामने आने के बाद उनके संपर्क में आए कई खिलाड़ियों ने मैनचेस्टर टेस्ट में खेलने से मना कर दिया. उसी दौरान से ही मैनचेस्टर टेस्ट के रद्द होने की संभावना शुरू हो गई थी और आखिर अंत में वही हुआ, जो लोग बिल्कुल नहीं चाहते थे. इस खबर के सामने आने के बाद इंग्लिश मीडिया आगबबूला हो गया. इसी बीच ब्रिटिश अखबार डेली मेल ने लिखा कि, शुक्र है कि बुरा सपना गुरुवार को तो टल गया जब टीम इंडिया के सभी खिलाड़ी निगेटिव पाए गए.
लेकिन, यह सिर्फ फौरी राहत थी. यह स्पष्ट तौर पर टीम इंडिया के कोच और खिलाड़ियों का गैर जिम्मेदाराना बर्ताव है. वो ओवल में शुरू होने वाले चौथे टेस्ट से 2 दिन पहले बायो-बबल से बाहर लंदन के एक होटल में बुक लॉन्च इवेंट में पहुंचे और इसका नतीजा सभी के सामने है. उन्होंने इसके लिए ईसीबी (ECB) से भी इजाजत नहीं ली थी.
बीसीसीआई भी कोच और कप्तान से है नाराज
टेस्ट सीरीज की शुरूआत होने से पहले ऋषभ पंत भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे. इसके बाद बीसीसीआई ने टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के सदस्यों को पब्लिकली कार्यक्रमों में हिस्सा ना लेने की सलाह दी थी. लेकिन इसके बाद भी बुक लॉन्च इवेंट में सभी ने हिस्सा लिया. ये जानकारी सामने आने के बाद बोर्ड के उच्च अधिकारियों ने विराट कोहली और रवि शास्त्री (Ravi shastri) के खिलाफ अपनी नाराजगी भी जताई थी.
यही कारण है कि, ईसीबी भी मैनचेस्टर टेस्ट रद्द होने का ठीकरा भारतीय टीम पर फोड़ने में लगी हुई है. कोच से हुई चूक के कारण टीम इंडिया के अंदर कोरोना ने दस्तक तो दे ही दी इसके साथ 14 साल बाद इंग्लैंड में सीरीज जीतने का विराट का सपना और लंबा खिंच गया.