R Ashwin: भारत और वेस्टइंडीज़ के खिलाफ 2 टेस्ट मैच की सीरीज़ का पहला मुकाबला डोमिनिका में खेला जा रहा हैं. इस मैच में भारतीय स्पिनर आर अश्विन ने वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाजों का धागा खोल दिया. उनकी गेंदबाजी के आगे विंडीज़ के बल्लेबाज़ नतमस्तक दिखे. मौजूदा भारतीय टीम में आर अश्विन (R Ashwin) सबसे सफल गेंदबाज़ हैं.
लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेलने का मौका नहीं मिला था. टीम के स्क्वाड में होने के बावजूद रोहित शर्मा ने उन्हें अंतिम एकादश में मौका नहीं दिया था. हालांकि इस बात का दुख आर अश्विन को आज भी है. अब उन्होंने इस मसले पर खुल कर बात की है.
पहले से ही तैयार था-R Ashwin
आर अश्विन (R Ashwin)का मानना है कि वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल मुकाबले से पहले मानसिक रूप से ड्रॉप होने के लिए तैयार थे. लेकिन आर अश्विन को एक दुख सबसे ज्यादा सता रहा है. दरअसल आर अश्विन (R Ashwin)का मानना है कि अंतिम एकादश से बाहर होने के बावजूद भी भारतीय टीम विफल रही जिसका उन्हें सबसे ज्यादा दुख है. उन्होंने कहा
"एक क्रिकेटर के तौर पर यह काफी मुश्किल है कि आपको WTC फाइनल में बाहर बैठना पड़े। लेकिन यह ठीक है, अगर मैं इसके बाद ड्रेसिंग रूम में नाराज होकर बैठ जाता हूं तो मुझमें और किसी युवा खिलाड़ी में क्या फर्क रह जाएगा."
WTC जीतने का दुख- R Ashwin
हालांकि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में मिली हार के बाद आर अश्विन (R Ashwin) का दर्द कम होने नहीं ले रहा है. उन्होंन आगे कहा
"हम WTC फाइनल खेलने गए मैंने खुद को मानसिक और शारीरिक तौर पर पूरी तरह तैयार कर लिया था. लेकिन मैं इस चीज के लिए भी तैयार था कि मुझे प्लेइंग इलेवन से ड्रॉप किया जा सकता है. मैं इसके लिए तैयार था कि अगर मुझे ड्रॉप किया जाए तो मैं ड्रेसिंग रूम में कैसा व्यवहार करूंगा. हमारे लिए सबसे ज्यादा जरूरी था वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीतना. मेरे लिए दुख की बात ये थी कि हम WTC Final जीत नहीं पाए. हम दो बार WTC Final में पहुंचे, लेकिन हम जीत नहीं पाए".
वेस्टइंडीज़ के खिलाफ झटके पांच विकेट
हालांकि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में ड्रॉप होने के बाद आर अश्विन (R Ashwin)ने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में 5 बल्लेबाज़ों को अपना शिकार बनाया. उन्होंने अपने 24.3 ओवर के स्पेल में 60 रन खर्च कर 5 विकेट झटके. इस दौरान उन्होंने 2.44 की इकॉनमी रेट के साथ गेंदबाज़ी की.
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