15 अगस्त को एक ओर भारत में आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाई जा रही थी, तो वहीं दूसरी ओर Pakistan Cricket Team को किंग्सटन में एक दर्दनाक हार का सामना कर रहा था। जीत मुंह तक आए और हाथ ना आए, तो किसी भी टीम के लिए इसे भुलाना मुश्किल होगा। ऐसा ही कुछ पाकिस्तान के साथ विंडीज के साथ खेले किंग्सटन टेस्ट में हुआ, जब उन्हें एक विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
Pakistan के हाथ से फिसला जीता हुआ मैच
पाकिस्तान क्रिकेट टीम और वेस्टइंडीज के बीच किंग्सटन के मैदान पर खेले गए मैच का अंत कुछ वैसा हुआ, जैसा शयाद ही किसी ने सोचा हो। 12 अगस्त को शुरू हुए इस मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पाकिस्तान को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। परिणामस्वरूप पाकिस्तान की टीम ने पहली पारी में 217 रन बनाए। वेस्टइंडीज ने इसका जवाब 253 रन बनाकर दिया और पहली पारी में 36 रन की बढ़त हासिल की।
मेजबान टीम ने इसके बाद पाकिस्तान को दूसरी पारी में 203 रन पर समेटा। इस तरह उसे जीत के लिए 168 रन का लक्ष्य मिला। ये लक्ष्य दिखने में छोटा जरुर था, लेकिन आसान नहीं था। पाकिस्तान की खतरनाक गेंदबाजी ने सिर्फ 16 के स्कोर पर 3 विकेट गंवा दिए। अब यहां से मैच विंडीज टीम के हाथ से निकला दिख रहा था, लेकिन तभी जेमैन ब्लैकवुड ने पारी को संभाला और दूसरे छोर पर आने वाले बल्लेबाजों के साथ छोटी-छोटी साझेदारियां कर रहे थे, लेकिन 55 रन पर हसन अली ने उन्हें भी चलता कर दिया।
केमार-जेडन ने आखिर में दिलाई जीत
वेस्टइंडीज के लिए स्कोर तक पहुंचना मुश्किल होता जा रहा था, जब ब्लैकवुड आउट हुए तब स्कोर 116-6 का था। इसके बाद केमार रोच एक छोर पर डट गए और पुछल्ले बल्लेबाजों की सहायता से आगे बढ़ ही रहे थे, तब वेस्टइंडीज 151-9 स्कोर तक पहुंचे।
जीत के लिए मेजबान टीम को 17 रनों की दरकार थी, जिसके लिए रोच और जेडन ने इस असंभव काम को संभव किया और लक्ष्य को हासिल कर 1 विकेट से जीत अपनी टीम को दिलाई। एक ओर ये जीत विंडीज टीम हमेशा याद रखेगी, तो वहीं पाकिस्तान इस हार को भुलाना चाहेगा।
भारत ने 1 विकेट से जीता था मैच
141 साल के क्रिकेट इतिहास में यह सिर्फ दूसरा मौका था जब Pakistan को टेस्ट मैच में एक विकेट से हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के लिए पाकिस्तानी टीम का सोशल मीडिया पर काफी मजाक भी बना। आज तक टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ 15 मौके ही ऐसे आए हैं, जब किसी मैच का परिणाम 1 विकेट से आया हो।
वहीं भारत की बात करें, तो क्रिकेट इतिहास में अब तक टीम इंडिया को ऐसी हार का सामना नहीं करना पड़ा है। लेकिन 2010 में मोहाली में भारत ने एक विकेट से टेस्ट मैच में जीत दर्ज करते हुए ऑस्ट्रेलिया को मात दी थी।