Nitish Kumar Reddy: इंडियन प्रीमियर लीग 2025 का 7वां मुकाबला इस समय सनराइजर्स हैदराबाद और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेला जा रहा है। राजस्थान के खिलाफ तूफानी बल्लेबाजी करने वाले एसआरएच के बल्लेबाज लखनऊ की गेंदबाजी के सामने पस्त दिखाई दे रहे हैं। पिछले मैच में 286 रनों का विशालकाय स्कोर का आंकड़ा पार करने वाली ऑरेंज आर्मी इस मैच में 200 का आंकड़ा पार करने में भी संघर्ष कर रही है। वहीं, इस मैच में लेग स्पिनर रवि बिश्नोई की गेंद पर क्लीन बोल्ड होने के बाद युवा बल्लेबाज नीतीश कुमार रेड्डी (Nitish Kumar Reddy) भी अपना आपा खोते नजर आए और एक ऐसी हरकत कर दी, जिसके बाद उन्हें बैन तक किया जा सकता है।
बोल्ड होने के बाद रेड्डी ने खोया आपा
सनराइजर्स हैदराबाद के बैक टू बैक दो विकेट गिर जाने के बाद नंबर चार पर बल्लेबाजी करने उतरे नीतीश कुमार रेड्डी (Nitish Kumar Reddy) ने शुरुआत में काफी संयम के साथ बल्लेबाजी की और वह पारी को बुनने का कार्य निभाते दिखाई दिए। हालांकि, उनके इर्द-गिर्द बल्लेबाजी कर रहे बल्लेबाजों ने लगातार बड़े शॉट्स खेलना जारी रखा, जिसके चलते SRH निरंतर काल पर विकटों का पतन भी जारी रहा। मगर इस दौरान रेड्डी (Nitish Kumar Reddy) लगातार खुद पर दबाव महसूस करते रहे, जिसके चलते उन्होंने रवि बिश्नोई की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने का प्रयास किया, लेकिन गेंद उनके बल्ले से मिस होकर सीधा मिडिल स्टंप से जा टकराई और उनकी गिल्लियां बिखर गईं।
आउट होकर ड्रेसिंग रूम की तरफ लौटते हुए वह अपना आपा खो बैठे और अपने हेलमेट को उन्होंने जोर पटक दिया। रेड्डी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। रेड्डी (Nitish Kumar Reddy) के इस व्यवहार के चलते मैच रेफरी नारायणन कुट्टी उनपर कड़ा एक्शन ले सकते हैं और यहां तक की उनपर एक मैच का प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है। हालांकि, शुरुआत में नारायणन कुट्टी उन्हें सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ सकते हैं।
28 गेंदों पर बनाए 32 रन
विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जानें बाले नीतीश कुमार रेड्डी (Nitish Kumar Reddy) हैदराबाद की पारी के 2.3 ओवर में क्रीज पर आए थे। उस समय ऑरेंज आर्मी का स्कोर 15 रन पर दो विकेट हो चुका था और यहां से एक खिलाड़ी को एंकर रोल निभाने की सख्त दरकार थी, जिसे रेड्डी ने बखूबी निभाया। मगर इस दौरान वह खराब गेंदों पर भी बड़े शॉट्स खेलने से बचते दिखाई दिए, जिसका दबाव अन्य बल्लेबाजों पर देखा जा रहा था। रेड्डी ने इस मैच में 28 गेंदों का सामना किया था, जिसमें वह सिर्फ 32 रन की बनाने में सफल रहे। इस दौरान उनके बल्ले से सिर्फ दो चौके निकले थे और उनका स्ट्राइक रेट भी महज 114.28 का था।