भारतीय टीम बल्लेबाजों का बोलबाला रहा है. जहां एक से बढ़कर एक बल्लेबाज ने अपनी तूफानी बल्लेबाजी से प्रभावित किया है. दुनियाभर में भारतीय टीम धाकड़ बल्लेबाजी के लिए जानी जाती है. जिस तरह से पाकिस्तान को गेदबाजों की टीम कहा जाता है. टीम इंडिया का एक ऐसा धाकड़ खिलाड़ी है. जिसका बल्लेबाजी करने का अंदाज बिल्कुल सलामी बल्लेबाज सहवाग की तरह है, लेकिन इस खिलाड़ी की तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है. हम भारतीय टीम के विस्फोटक बल्लेबाज मुरली विजय (Murli Vijay) की बात कर रहे हैं.
Murli Vijay को किया गया टीम से नजरअंदाज
भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (Murli Vijay) काफी लंबे समय से टीम का हिस्सा नहीं हैं. इस खिलाड़ी ने बतौर सलामी बल्लेबाज टीम को रन बनाकर दिये हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों से इस खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं बनाया गया. एक समय था जब इस खिलाड़ी पर सबसे ज्यादा भरोसा दिखाया जाता था.
विराट कोहली की कप्तानी छोड़े जाने के बाद रोहित शर्मा को टीम का कप्तान बनाया गया. जिसके बाद इस खिलाड़ी टीम में वापसी करना बेहद मुश्किल हो गय़ा है. विजय ने अपना आखिरी मैच दिसंबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था, जिसके बाद से ये खिलाड़ी टीम से बाहर चल रहा है. क्रिकेट पंडितों का मानना है कि मुरली विजय कभी भी इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं.
ऐसा रहा Murli Vijay का करियर
मुरली विजय (Murli Vijay) पिछले तीन सालों से टीम का हिस्सा नहीं रहे हैं. जिसके चलते उन्हें टीम अधिक मैच खेलने का मौका नहीं मिला. लेकिन मुरली ने भारत के लिए कई मैचो में शानदार बल्लेबाजी की है. अगर उनके करियर पर नजर डाली जाए तो उन्होंने मुरली विजय ने टेस्ट क्रिकेट में कुल 61 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 3982 रन बनाए.
इस दौरान उनके बल्ले से 12 शतक भी निकले. वहीं मुरली विजय ने 17 वनडे खेले हैं, जिसमें 339 रन बनाए और टी 20 में कुछ 9 मुकाबले खेलकर 169 रन बनाए. वनडे और टी20 क्रिकेट में उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले, जिसके चलते मुरली विजय कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए.