T20 World Cup 2021 में Team India के मेंटॉर के रूप में एमएस धोनी को जोड़ा है। MS Dhoni के पास भरपूर अनुभव है और उनका टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में होना, भारतीय टीम के लिए सकारात्मक रहेगा। अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर Lakshmipathy Balaji ने एमएस धोनी की सराहना की है। उनका कहना है कि धोनी उनमें से नहीं हैं, जो अपनी लिमिट भूल जाएंगे। देखना दिलचस्प होगा की धोनी के ड्रेसिंग रूम में होते हुए टीम इंडिया खिताबी जीत दर्ज कर पाती है कि नहीं।
MS Dhoni नहीं भूलते लिमिट
पूर्व भारतीय दिग्गज कप्तान MS Dhoni इस वक्त टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में बतौर मेंटॉर हैं। उन्हें इस पद पर आसित करने से सभी काफी खुश हैं। मगर कई क्रिकेट पंडितों ने कहा है कि रवि शास्त्री, विराट कोहली रोहित शर्मा महान व्यक्तियों के बीच धोनी की नियुक्ति पहले से टीम मैनेजमेंट में मौजूद व्यक्तियों की काबिलियत पर सवाल उठाती है। अब पूर्व भारतीय खिलाड़ी लक्ष्मीपति बालाजी ने कहा कि MS Dhoni उन खिलाड़ियों में से नहीं हैं, जो अपनी लिमिट भूल जाएं। 40 वर्षीय बालाजी ने कहा,
“धोनी भी दो साल पहले तक इसी टीम का हिस्सा थे। वे समूह का हिस्सा रहे हैं। ऐसे में धोनी के लिए यह कोई नई बात नहीं है। धोनी अच्छी तरह से जानते हैं, कि वह कोई ऐसे व्यक्ति नहीं है जो अपनी लिमिट भूल जाएं।”
धोनी ने खुद को किया है साबित
धोनी की कप्तानी में श्रीलंका में 2012 टी20 विश्व कप (T20 World Cup 2021) में चार सहित आठ टेस्ट, 30 एकदिवसीय और पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलने वाले पूर्व दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा,
“जब एमएस की बात आती है तो यह पूरी तरह से अलग गेंद का खेल है, ऑन-द-फील्ड और ऑफ-द-फील्ड योगदान करते हैं। उन्होंने खेल के प्रति अपने आसान दृष्टिकोण और इस बात के कारण सालों में खुद को साबित किया है कि कोई भी उनके पास जा सकता है और खेल के बारे में बात कर सकता है। बेशक एमएस धोनी की आभा वहां रहने वाली है। लेकिन, उन्होंने क्रिकेटरों के विभिन्न एज ग्रुप्स के साथ सालों से जो कुछ भी बनाए रखा है, वह जुड़ने की ताकत है।"
धोनी से नहीं होगी संवाद की कमी
मौजूदा समय में ज्यादातर खिलाड़ियों ने MS Dhoni के साथ क्रिकेट खेला है। पूर्व क्रिकेट ने आगे कहा कि धोनी की खिलाड़ियों के साथ संवाद की कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा,
“उनके पास टीम में सीनियर्स और जूनियर्स के बीच बर्फ तोड़ने की क्षमता है। पिछले डेढ़ दशक में, मैंने धोनी को एक लीडर के रूप में देखा है, पहले एक सीएसके खिलाड़ी के रूप में और फिर सीएसके के सहयोगी स्टाफ के सदस्य के रूप में, क्रिकेटरों से जुड़ने की उनकी क्षमता है। आप एक विचलित इकाई नहीं चाहते हैं। भारतीय टीम के सभी मौजूदा खिलाड़ी धोनी के साथ काफी क्रिकेट खेल चुके हैं। उनके बीच संवाद की कोई कमी नहीं होगी।"