Moeen Ali: इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच 16 जून से शुरु हो रहे एशेज सीरीज से पहले एक बड़ी खबर सामने आ रहा है. ये खबर अगर सही साबित होती है तो एशेज में इंग्लैंड की ताकत बढ़ेंगी वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए मुसीबत बढ़ेगी. दरअसल, इंग्लैंड के स्पिन गेंदबाज जैक लिच इंजर्ड होकर एशेज सीरीज से बाहर हो गए हैं जो इंग्लैंड के लिए एक बड़ा झटका है लेकिन इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने जो दाव चला है उससे इंग्लैंड क्रिकेट टीम को बड़ा फायदा हो सकता है. रिपोर्टों के मुताबिक, इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने ऑलराउंडर मोईन अली (Moeen Ali) को एशेज खेलने का प्रस्ताव दिया है.
मोईन अली सुर्खियों में क्यों ?
दरअसल, मोईन अली (Moeen Ali) इंग्लैंड के बेहतरीन ऑलराउंडर हैं. वे जितने अच्छे स्पिन गेंदबाज हैं उतने ही बेहतरीन बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं लेकिन वे वनडे और टी 20 पर फोकस करने के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलते हैं. ब्रैंडन मैक्कलम जब से इंग्लैंड टेस्ट टीम के कोच बने हैं तभी से वे इस ऑलराउंडर के संपर्क में हैं कि वे टेस्ट फॉर्मेट में लौट आएं. हालांकि अभी तक ब्रैंडन मैक्कलम को न ही सुनने को मिला था. लेकिन इस बार इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने जो प्रस्ताव मोईन अली को दिया है उससे शायद ही वो इनकार कर पाएं.
क्या इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड का प्रस्ताव?
रिपोर्टों के मुताबिक, 'इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड चाहता है कि मोईन अली (Moeen Ali) इंग्लैंड के लिए लंबे समय से खेल रहे हैं और एक बेहतरीन ऑलराउंडर की भूमिका निभाते रहे हैं, वे इंग्लैंड की विश्व विजयी टीम के भी सदस्य रहे हैं. टेस्ट फॉर्मेट में उनकी विदाई शानदार और यादगार होनी चाहिए. इसलिए उन्हें प्रस्ताव दिया गया है कि अगर वाकई में उन्हें टेस्ट नहीं खेलना है तो एशेज खेलकर इस फॉर्मेट से सम्मान जनक तरीके से संन्यास लें.' रिपोर्ट लिखे जाने तक ऑलराउंडर की तरफ से किसी तरह का कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है.
मोईन अली का टेस्ट करियर
18 जून को 36 साल के होने जा रहे मोईन अली (Moeen Ali) ने इंग्लैंड की तरफ से 64 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 28.29 की औसत से 5 शतक जड़ते हुए उन्होंने 2914 रन बनाए हैं. उनके नाम 195 विकेट भी दर्ज हैं. वे 5 बार 5 विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 53 रन देकर 6 विकेट हैं. अगर ये स्टार ऑलराउंडर इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के प्रस्ताव को मानकर टेस्ट क्रिकेट में लौटता है तो फिर तय है कि इंग्लैंड की ताकत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कई गुना बढ़ जाएगी.