टेस्ट सीरीज के बाद बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान हो चुका है। इस टी20 सीरीज में दिल्ली के पेस सेंशेशन मयंक यादव (Mayank Yadav) को भी टीम इंडिया में शामिल किया गया है। अगर उनका प्रदर्शन इस सीरीज में अच्छा होता है तो आने वाले समय में भारतीय टीम में अहम किरदार निभाते हुए नजर आ सकते हैं।
मयंक यादव (Mayank Yadav) को टीम में शामिल करने को लेकर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं। ठीक इसी तरह साल 2022 में उमरान मलिक का डेब्यू भी हुआ था लेकिन वो इंटरनेशनल क्रिकेट में कुछ कास नहीं कर पाए और आज टीम इंडिया से बाहर हैं। मयंक को टीम इंडिया में शामिल करने को लेकर जल्दबाजी तो नहीं कर रहा मैनेजमेंट, कहीं उनका हाल भी उमरान मलिक की तरह ही ना हो जाए। चलिए आपको तीन कराण बताते हैं कि हम ये बात क्यों कर रहे हैं…
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Mayank Yadav में अनुभव की कमी
मयंक यादव (Mayank Yadav) ने ज्यादा घरेलू क्रिकेट नहीं खेला है। उनको आईपीएल 2024 में खेले 4 मैचों के दम पर टीम इंडिया में शामिल कर लिया गया है। इससे पहले उमरान मलिक के साथ भी ऐसा ही किया गया था और आज वो टीम इंडिया से बाहर हैं। इंटरनेशनल लेवल पर खेलने के लिए किसी भी खिलाड़ी के पास अच्छा अनुभव होना बहुत ही जरूरी हो जाता है। आईपीएल में 3 मैच खेलने के बाद ही उनको इंजरी हो गई थी जिसके बाद वो सिर्फ एक मैच ही खेल पाए। लेकन खेले गए मैचों में वो अपनी छाप चोड़ने में कामयाब हुए थे।
Mayank Yadav की स्पीड में आ सकती है गिरावट
आईपीएल 2024 में उन्होंने हर किसी को अपनी स्पीड से हैरान किया था। लगातार 150 से ज्यादा की स्पीड से गेंदबाजी करते हुए उन्होंने अपनी प्रितभा दिखाई थी। लेकिन जल्द ही मयंक यादव (Mayank Yadav) को इंजरी भी हो गई थी और उनको मैदान से दूरी बनानी पड़ी थी। भारत में ऐसे कई गेंदबाज हुए हैं जो कि अपने शुरूआती करियर में तो तेज गेंदबाजी करते हैं लेकिन लगातार होती इंजरी और लाइन लेंथ को देखते हुए उनको अपनी स्पीड पर लगाम लगानी पड़ती है। उदाहरण के तौर पर हमनें पूर्व भारतीय गेंदबाज इरफान पठान और मुनाफ पटेल को देखा है।
इंजरी बन सकती है करियर में रुकावट
भारतीय टीम में कई तेज गेंदबाज आए हैं लेकिन सभी की सबसे बड़ी समस्या इंजरी ही रही है। इंजरी के चलते कई गेंदबाजों का करियर खत्म हो चुका है। इसी तरह उमरान मलिक को भी अपने शुरूआती करियर में इंजरी का सामना करना पड़ा था। मयंक यादव (Mayank Yadav) भी आईपीएल के तीन मैच खेलने के बाद ही इंजर्ड हो गए थे। जिसके चलते वो आईपीएल में ज्यादा खेलते हुए दिखाई नहीं दिए। भारत में लगभग सभी तेज गेंदबाज इंजरी के बाद कम स्पीड के साथ ही गेंदबाजी करते हुए नजर आते हैं।
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