भारत-इंग्लैंड (IND vs ENG) के जारी 5 मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 की बराबरी पर पहुंच चुकी है. इसी बीच जो रूट (Joe Root) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में विराट कोहली को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है. शुरूआत के दो टेस्ट मैचों पर नजर दौड़ाएं तो टीम इंडिया मेजबान पर दबाव बनाने में कामयाब रही थी. लेकिन लीड्स टेस्ट में भारत के हाथ से मैच पूरी तरह निकल गया और टीम इंडिया को पारी, 76 रन से करारी हार का सामना करना पड़ा. लॉर्ड्स में मिली हार के बाद इंग्लिश खिलाड़ियों ने शानदार वापसी की.
सीरीज में जीत के लिए भारतीय कप्तान को शांत रखना जरूरी
इस सीरीज का चौथा टेस्ट मैच 2 सितंबर से केनिंग्टन ओवल में खेला जाएगा. इस मुकाबले से पहले इंग्लिश कप्तान ने अपना बयान जारी किया है. उन्होंने तीसरे टेस्ट में मिली जीत का श्रेय अपने अटैकिंग गेंदबाजों को दिया है. साथ ही विराट कोहली को लेकर भी अपनी प्रतिक्रियाएं जाहिर की हैं. उनका मानना है कि, यदि इस सीरीज को जीतना है तो भारतीय कप्तान को शांत रखना होगा. हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जो रूट (Joe Root)ने कहा कि,
"टीम की जीत का श्रेय हमारे गेंदबाजी आक्रमण को जाता है. विराट विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं. इसलिए इसका श्रेय गेंदबाजी को दिया जाना चाहिए. हम उन्हें शांत रखने में सफल रहे हैं. यह हमारी गेंदबाजी यूनिट का एक बहुत अच्छी कोशिश है और अगर हमें यह सीरीज जीतनी है तो हमें इसे जारी रखना होगा.
हमने उन्हें आउट करने के कई तरीके खोजे हैं. वह एक अच्छा खिलाड़ी है और उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन किया है. हमें बेस्ट खिलाड़ियों को आउट करने के तरीकों पर गौर करना होगा".
भारत के सामने हम मूर्ख ना बनें यही हमारी कोशिश- Joe Root
इस सिलसिले में जो रूट का मानना है कि, लीड्स में मिली जीत के बाद हमारी टीम राहत की सांस नहीं ले सकती. क्योंकि भारत निश्चित तौर पर वापसी करेगा. इस बारे में उन्होंने कहा कि,
"विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारत जैसी विश्व स्तरीय टीम से मैं सिर्फ एक प्रतिक्रिया से ज्यादा की उम्मीद करता हूं. हम भ्रमित होकर मूर्ख ना बनें. ये हमारे लिए का काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है. हमें अब ज्यादा मेहनत करनी है. यदि हम खेल को किसी भी चीज से ज्यादा चाहते हैं तो हमें मजबूत बनना होगा".
बेहद खराब रहा है विराट कोहली का प्रदर्शन
बात करें विराट कोहली (Virat kohli) के प्रदर्शन की तो अभी तक उन्होंने काफी ज्यादा निराश किया है. अभी तक पूरी सीरीज में उनका बल्ला रनों के लिए तरसते हुए दिखाई दिया है. 5 पारियों में कप्तान के बल्ले से केवल एक अर्धशतकीय पारी निकली है. उन्होंने 24.80 की औसत से सिर्फ 124 रन बनाए हैं. 5 पारियों में उनकी सबसे बड़ी कमजोरी अंदर आती हुई गेंदे रही हैं. यदि टीम इंडिया वापसी करना चाहती है तो कप्तान को अपनी फॉर्म में वापसी करनी होगी.