IND vs SL: भारतीय टीम के उपकप्तान जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने पिंक बॉल से मिलने वाली चुनौती और टीम के कॉम्बिनेशन को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात की है। भारत और श्रीलंका के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच की शुरुआत कल यानी शनिवार को बैंगलोर में हो जाएगी। ये एक डे-नाइट टेस्ट मैच होने वाला है, लिहाजा इसमें पिंक बॉल का इस्तेमाल किया जाएगा। भारतीय टीम चौथी बार पिंक बॉल से टेस्ट मैच खेलने वाली है। लाल गेंद के बाद अब पिंक गेंद के चैलेंज का सामना करने के लिए टीम इंडिया के खिलाड़ी जोरदार तैयारियों में जुटे हुए हैं।
पिंक बॉल से जुड़ी चुनौती पर Jasprit Bumrah का बयान
टीम इंडिया को पिंक बॉल से खेलने का अनुभव ज्यादा नहीं है, भारत ने इससे पहले सिर्फ 3 बार बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ पिंक बॉल टेस्ट मैच खेला है। अब श्रीलंका के खिलाफ चौथे पिंक बॉल टेस्ट मैच में भारत के आगे इसको लेकर एक चुनौती है। लाल और गुलाबी गेंद में सिर्फ रंग ही नहीं बल्कि गेंद के व्यवहार को लेकर भी काफी फर्क है। पिंक गेंद हवा में ज्यादा स्विंग होती है और रात के समय बल्लेबाजी में मुश्किलें पैदा कर सकती है। इन सब मुद्दों पर जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) का कहना है कि
“हमने पिंक-बॉल से ज्यादा टेस्ट नहीं खेले हैं. इसलिए हम अब तक इसके अभ्यस्त नहीं हुए हैं. हमें पिंक-बॉल टेस्ट की तैयारियों के लिहाज से अपने खेल में कुछ बदलाव करने होंगे. फ्लड लाइट्स में फील्डिंग, गेंदबाजी चुनौतीपूर्ण होता है. हमारे लिए यह बिल्कुल नया है. ऐसे में हम हर टेस्ट के साथ खुद को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं.”
डे-नाइट टेस्ट में होती है फील्डिंग में दिक्कत - Jasprit Bumrah
डे-नाइट टेस्ट मैच फ्लड लाइट के बीच गेंद को सही तरीके से साइट करना मुश्किल हो जाता है। इसका असर मुख्यतः फील्डिंग के दौरान देखने को मिलता है, क्योंकि डे-नाइट टेस्ट का चलन अभी नया है और खिलाड़ियों को पिंक गेंद से फील्डिंग करने की अभी उतनी आदत नहीं है। इन सब चुनौतियों का सामना करने को लेकर जसप्रीत बुमराह ने कहा कि,
“मोहाली टेस्ट के बाद हमारे पास एक वैकल्पिक प्रैक्टिस सेशन था. इसमें हमने पिंक-बॉल से प्रैक्टिस की। खासतौर पर फ्लड लाइट्स ऑन होने के बाद कैसे गेंद पर नजर रखनी है और किस तरह गेंदबाजी करनी है। इस पर हमारा पूरा फोकस रहा. पेशेवर खिलाड़ी के रूप में यह हमारे काम का हिस्सा है और हम इसके लिए तैयार हैं. हम ट्रेनिंग के दौरान इन्हीं सब बातों पर ध्यान दे रहे हैं. हमें पिंक बॉल से बहुत ज्यादा गेंदबाजी करने या कैच पकड़ने की आदत नहीं है। डे-नाइट मुकाबला होने के कारण हमें रोशनी से भी तालमेल बैठाना होगा।