ये है वो 5 खिलाड़ी जो आईपीएल में जिस टीम से खेला करते थे, बाद में उसी टीम के बन गये कोच
Published - 24 Sep 2019, 04:52 AM

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भारत की घरेलू टी 20 आईपीएल दुनिया की सबसे बड़ी लीग है। इसमें कुल 8 टीमें शामिल होती हैं। जिसमें मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपरकिंग्स, किंग्स इलेवन पंजाब, राजस्थान रॉयल्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर, सनराइजर्स हैदराबाद, कोलकाता नाईट राइडर्स और दिल्ली कैपिटल्स शामिल हैं।
फ्रेंचाइजी के मालिक खिलाड़ियों पर करोड़ों खर्च करते हैं। देश में ही नहीं विदेशों में भी इस लीग को काफी पसंद किया जाता है। विदेशी खिलाड़ी बढ़-चढ़कर लीग का हिस्सा बनते हैं।
अगर हम आपको बताएं कि आईपीएल में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं जिन्होंने जिस टीम से खेला फिर बाद में उसी के कोच भी बन गए। हां, आपको सुनकर कुछ ऐसा लगा होगा कि जिस स्कूल से बच्चा पढ़ा फिर वहीं का टीचर बन गया हो।
तो आइए आज हम आपको बताते हैं उन 5 खिलाड़ियों के बारे में जो आईपीएल में जिस फ्रेंचाइजी के लिए खेले फिर उसी के कोच भी बन गए...
5 खिलाड़ी जो जिस फ्रेंचाइजी से खेले उसी के कोच बन गए
1-डेनियल विटोरी
न्यूजीलैंड के पूर्व स्पिन गेंदबाज डेनियल विटोरी के क्रिकेट करियर के बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे। लेकिन विटोरी उन खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार हैं जिन्होंने जिस टीम के लिए आईपीएल में खेला बाद में उसी के कोच भी बन गए।
पूर्व स्पिन गेंदबाज डेनियल विटोरी ने आईपीएल करियर की शुरुआत दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के साथ की थी। वह पहले तीन सीजन दिल्ली के साथ थे लेकिन चौथे सीजन में विजय माल्या की रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने उन्हें अपनी टीम में शामिल कर लिया।
वह 2011 और फिर 2012 में आरसीबी के लिए खेलने के बाद साल 2014 में टीम के मुख्य कोच बन गए। हालांकि कोच और खिलाड़ियों की अदला-बदली करते रहने वाली आरसीबी की टीम की किस्मत एक भी सीजन में नहीं बदल सकी और आज तक उसने एक भी आईपीएल ट्रॉफी नहीं जीती है।
डेनियल विटोरी के कोच रहते टीम का प्रदर्शन निराशाजनक ही रहा। हालांकि वह 2018 तक टीम के कोच रहे और इस दौरान उनकी टीम 5 सालों में एक बार फाइनल तक पहुंच सकी।
आईपीएल 2016 के फाइनल में टीम को हैदराबाद के खिलाफ हारकर उप विजेता रही थी। आईपीएल 2017 और 2018 टीम प्ले ऑफ में भी जगह नहीं बना पाई। इसके बाद फ्रेंचाइजी ने उन्हें कोच के पद से हटाने के फैसला कर लिया।
2- स्टीफन फ्लेमिंग
चेन्नई सुपरकिंग्स आईपीएल की दूसरी सबसे सफल टीम है। इसने 3 बार आईपीएल की ट्रॉफी जीती है। इस टीम का एक खिलाड़ी ऐसा रहा जिसे दूसरी ही साल में टीम का मुख्य कोच नियुक्त कर दिया गया।
जी हां, हम बात कर रहे हैं न्यूजीलैंड के सबसे सफल कप्तानों की लिस्ट में शुमार स्टीफन फ्लेमिंग की। जिन्हें चेन्नई सुपर किंग्स में आईपीएल 2008 में अपनी टीम में शामिल किया। उस साल उन्होंने 10 मैचों में 21 के औसत और 118 की स्ट्राइक रेट से 196 रन बनाए।
फ्लेमिंग की कोचिंग में चेन्नई ने बेहतरीन प्रदर्शन कर 3 खिताबी जीत दर्ज की है। आपको बता दें, जब चेन्नई सुपरकिंग्स बैन हुई थी तो फ्लेमिंग ने दो साल के लिए वह राइजिंग पुणे सुपर’जायन्ट्स के मुख्य कोच का पद संभाला था।
चेन्नई ने अभी तक आईपीएल में हर बार प्ले ऑफ में जगह बनाई है। फ्लेमिंग के महेंद्र सिंह धोनी से काफी अच्छे रिश्ते हैं और इसी वजह से आज अभी भी टीम के पद पर बने हुए हैं।
3- राहुल द्रविड़
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज क्रिकेटर राहुल द्रविड़ भी उन खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार हैं जो फ्रेंचाइजी से खेलने के बाद उसके कोच भी बन गए। द्रविड़ ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर से की थी। तीन सीजन आरसीबी के साथ रहने के बाद वह 2011 में राजस्थान रॉयल्स ने अपनी फ्रेंचाइजी में शामिल कर लिया।
2013 के बाद उन्हें राजस्थान रॉयल्स का कोच बना दिया गया। आईपीएल 2014 में उनकी टीम ने शानदार शुरुआत की थी। मगर आखिरी मैच में खराब प्रदर्शन के कारण वह प्लेऑफ में जगह नहीं बना सकी। आपको याद हो तो मुंबई इंडियंस के खिलाफ मिली हार के बाद राहुल द्रविड़ का गुस्सा देखने लायक था।
इस सीजन के बाद ही द्रविड़ ने राजस्थान रॉयल्स के हेड कोच का पद छोड़ दिया और दिल्ली के हैड कोच बन गए। आपको बता दें, मौजूदा वक्त में द्रविड़ एनसीए के हेड हैं।
4- शॉन पोलक
साउथ अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज शॉन पोलक ने अपने आईपीएल करियर की शुरूआत मुंबई इंडियंस से की थी। आईपीएल के आगामी सीजन 2008 की नीलामी में उन्हें मुंबई इंडियंस ने खरीदा था।
एस श्रीसंत को थप्पड़ मारने की वजह से हरभजन सिंह पर बैन लगने के बाद कुछ मैचों में पोलक ने मुंबई की कप्तानी भी की थी। उस सीजन 13 मैचों में उन्हें 11 विकेट मिले थे और इसी साल उन्होंने अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया था।
तेज गेंदबाज को मुंबई इंडियंस ने अपना गेंदबाजी कोच बनाया। 2009 से 2013 तक वह टीम के गेंदबाजी कोच रहे। आपको बता दें, मुंबई की टीम ने 2013 में ही अपनी पहली आईपीएल ट्रॉफी जीती थी।
2013 में ही पोलक का कोचिंग से मन भर गया और उन्होंने मुंबई इंडियंस का साथ छोड़ दिया। अब वह इस समय कमेंट्री करते नजर आते हैं।
5- ब्रेंडन मैकुलम
न्यूजीलैंड के कप्तान रह चुके ब्रेंडन मैकुलम ने पूरी दुनिया की नजर इंडियन प्रीमियर लीग की तरफ खींची थी। इस खिलाड़ी ने कोलकाता नाईट राइडर्स से अपने आईपीएल करियर की शुरूआत कर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 158 रनों की पारी खेली थी।
आपको बता दें, यह टी-20 क्रिकेट में उस समय की सबसे बड़ी पारी थी। इसके बाद केकेआर के अलावा वह चेन्नई सुपर किंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर, गुजरात लायंस और कोच्ची टस्कर्स केरला की टीम से भी खेल चुके हैं।
इसी साल ग्लोबल कनाडा लीग में खेलने के बाद उन्होंने क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया। केकेआर ने मौके पर चौका मार दिया। इसके तुरंत बाद कोलकाता नाईट राइडर्स ने उन्हें अपना मुख्य कोच बना लिया।
अगर आप इस खिलाड़ी के आईपीएल आंकड़ों की बात करें तो, उन्होंने आईपीएल में कुल 109 मैच खेले हैं और 131.75 की स्ट्राइक रेट से 2880 रन बनाए। केकेआर ने आज तक 2 आईपीएल ट्रॉफी जीती है। आपको बता दें, 2014 के बाद आईपीएल की ट्रॉफी नहीं जीती है। 2019 में तो टीम ने प्लेऑफ के लिए भी क्वालिफाई नहीं किया था। इस लिहाज से उनपर टीम को ट्रॉफी जिताने की जिम्मेदारी बनी हुई है।