आईपीएल 2020 को लेकर यूएई की सरजमीं गरम है जिसको लेकर चेन्नई सुपर किंग्स की टीम यूएई पहुंच चुकी है जिससे वहा पिच और ग्राउंड को समय रहते परख लेंगे. उनकी टीम इस सीजन अपना अच्छा प्रदर्शन करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है.
लेकिन इस सीजन सबकी नजरे इंडिया टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर होगी क्योंकि वहा वेल्स क्रिकेट बोर्ड के मेजबानी में खेले गए आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के बाद से ही महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट से दूर हैं और हाल में ही उन्होंने संन्यास लिया है.
चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इस बार अपना 39वां जन्मदिन मनाया हैं. जिसके बाद क्रिकेट और महानभूती लोगों ने उनकी फिटनेस और उम्र पर तंज किया है उनका कहना है की अब धोनी में पहली जैसी बात नहीं रही है जिसके लिए उनका पहले की तरह खेलना मुश्किल है.जिसका जवाब आईपीएल में वो देना चाहेंगे.
इस लेख में जानते है की वो 5 कारण क्यों आईपीएल 2022 तक खेल सकते है धोनी
1. धोनी जैसा नहीं है टीम में कोई मिस्टर कूल
चेन्नई सुपर किंग्स के वो कप्तान जो मिस्टर कूल के नाम से भी जाने जाते हैं. महेंद्र सिंह धोनी एकमात्र ऐसे कप्तान और खिलाड़ी है जो आखिरी समय तक मैच को ढीला नहीं छोड़ते है. धोनी ने कई मैच ऐसे जिताए है जिसमें उनकी टीम के बाकी खिलाड़ियों ने उम्मीद छोड़ दी थी.
महेंद्र सिंह धोनी चेन्नई सुपर किंग्स के साथ 2008 के सीजन मतलब आईपीएल के पहले सीजन से जुड़े हुए है जिसके बाद वो लगातार चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी की कमान संभाले हुए हैं. माही के होते हुए टीम आईपीएल के हर सीजन में टॉप 4 में रही है.
इसी को देखते हुए अगर चेन्नई सुपर किंग्स माही को उनकी उम्र को लेकर रिलीज करती है तो टीम को बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है और शायद ही टीम में उनके जैसा टीम को आगे ले जाने वाला और कूल माइंडेड और खिलाड़ी उनकी जगह ले सकता हैं.
2. टीम में धोनी जैसा कोई फिनिशर नहीं
जब कभी आईपीएल की टीम में फिनिशर की बात आती है तो सबसे पहला नाम चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का आता हैं. माही ने आईपीएल में ही नहीं बल्कि टीम इंडिया में रहते हुए भी कई मैच जिताने का दमखम रखा है फिर जाए वो टी20 की श्रंखला हो या फिर की कोई और श्रंखला.
धोनी का फिनिशर का रोल हर फॉर्मेट में तगड़ा रहा हैं जब भी धोनी का बल्ला बोलता है तो सामने जाए कितना भी बड़ा गेंदबाज खिलाड़ी हो उसका हाल बहुत बुरा होता हैं. ये बात धोनी ने नहीं बल्कि कई बड़े दिग्गजों ने बोला हैं.
हेलीकाप्टर शॉट के कर्ता धर्ता महेंद्र सिंह धोनी ने अपन इस शॉट से लोगो को खूब लुभाया है और अपनी स्किल्स से युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया हैं. ऐसे में धोनी का टीम से बाहर जाना टीम के लिए अच्छी खबर नहीं होगी.
3. नहीं रहेगा टीम में कोई सलाहकार
लाखों दिलों पर राज कर रहे चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अगर 2022 के आईपीएल से पहले टीम से रिलीज हो जाते हैं तो टीम से एक अनुभवी और महत्वपूर्ण सलाहकार दूर हो सकता हैं. ऐसा ना हो इसपर टीम समिति गौर करेंगी क्योंकि अगर ऐसा होता हैं तो टीम को आने वाले समय में टीम भारी नुकसान उठाना पढ़ सकता हैं.
इंडिया टीम के कप्तान रहते महेंद्र सिंह धोनी ने कई गेंदबाजों को अपने अनुभव से मैच के अनुसार गेंदबाजी करना सिखाया हैं. साथ ही साथ विकेट लेकर सामने वाली टीम का मनोबल हल्का करना भी सिखाया है जो मैच जीतने के लिए अच्छा तरीका माना गया हैं.
महेंद्र सिंह धोनी का 2022 के आईपीएल खेलना उनकी टीम और उनके सारे खिलाड़ियों के लिए अच्छा होगा और जिसके चलते वो अपना अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम हो पाएंगे.
4. माही जैसा नहीं है कोई दूसरा कप्तान
महेंद्र सिंह धोनी की बात की जाए तो धोनी आईपीएल से 2008 में जुड़े थे तब से लेकर आज तक धोनी चेन्नई सुपर किंग्स की कमान सभाले हुए हैं और उन्होंने अभी तक 3 आईपीएल ख़िताब अपने नाम किए हैं वहीं मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने अपने नाम आईपीएल के चार ख़िताब किए हैं. लेकिन, महेंद्र सिंह धोनी की मेजबानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल के हर सीजन में टॉप 4 में अपनी जगह बनाने में सफल रही हैं.
महेंद्र सिंह धोनी को ऐसे ही मिस्टर कूल नहीं कहा जाता हैं क्योंकि सबसे उन्होंने आईपीएल की टीम चेन्नई सुपर किंग्स का भार अपने कंधो पर लिया उस दिन से लेकर आजतक उनकी टीम आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते हुए आई हैं.
माही की विश्व के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में गिनती की जाती हैं ऐसे में आईपीएल 2022 में अपनी टीम से न खेलना एक सबसे बड़ा कदम होगा जो उनकी टीम को बहुत महंगा पड़ सकता हैं.
5. धोनी के बगैर टीम में संतुलन नहीं
महेंद्र सिंह धोनी एक ऐसे खिलाड़ी जिन्हें माइंड के साथ-साथ टीम को किस तरह आगे ले जाना है और टीम को गेम कैसे खिलाना है ये बखूबी आता हैं. लेकिन जब बात इनकी उम्र की आती है तो उनका फिटनेस उम्र पर बहुत ज्यादा प्रभावी नजर आता है. जिसके कारण सब उनकी तारीफ करते हैं.
जब भी महेंद्र सिंह धोनी टीम में रहते है तो उनके गेंदबाजों और बल्लेबाजों का हौसला भी बड़ा रहता है और वो अपना सौ प्रतिशत दे पाते हैं जिससे उन्हें मैच जीतने में आसानी होती है लेकिन कई बार ऐसा हुआ है की धोनी के रहते भी खिलाड़ी अपना सौ प्रतिशत नहीं दे पाते हैं.
लेकिन माही के पास अनुभव का इतना भण्डार हैं की वो मैच को देखते ही समझ जाते हैं की मैच किस ओर पलट सकता हैं और किस ओर नहीं. महेंद्र सिंह धोनी को ऐसे ही धोनी नहीं कहा जाता हैं. दरअसल माही ने अपने आप को इस काबिल बनाया हैं की वो कुछ कहें और उनकी बात न काटी जाए.