भारतीय क्रिकेट टीम में हमेशा से ही शानदार बल्लेबाज मौजूद रहे हैं। जिन्होंने दुनिया भर में भारत के गौरव को बढ़ाने का काम किया है। टीम इंडिया के कुछ बल्लेबाज तो ऐसे रहे हैं, जिनके सामने गेंदबाजों के पसीने छूट जाते थे, लेकिन वह विकेट नहीं निकाल पाते थे।
मगर इन सबके बीच कुछ ऐसे मैच भी देखने को मिले हैं, जिनमें एक पार्टटाइमर गेंदबाज ने भारत की मजबूत बल्लेबाजी इकाई को तार-तार कर दिया। जी हां, ऐसा क्रिकेट इतिहास में एक बार नहीं बल्कि 3 बार हुआ है, जब भारत की क्वालिटी बैटिंग लाइनअप एक पार्ट टाइमर गेंदबाज के सामने टिक नहीं पाई।
तो आइए आज इस आर्टिकल में आपको उन 3 खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं, जिनकी पार्ट टाइमर बॉलिंग भारत की सिरदर्दी बन गई और उनके सामने ताश के पत्तों की तरह बिखर गया भारतीय खेमा। इस लिस्ट में आपको 2 ऑस्ट्रेलिया और एक इंग्लिश खिलाड़ी नजर आएंगे।
पार्ट टाइमर गेंदबाजों के सामने बिखरी टीम इंडिया
1- जो रूट
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान जो रूट का नाम नया-नया इस लिस्ट में जुड़ा है। असल में भारत के साथ खेले पिंक बॉल टेस्ट मैच में भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाजों के छक्के छुड़ा दिए। टॉस जीतकर जो रूट की कप्तानी वाली टीम 112 पर ही सिमट गई थी।
भले ही जो रूट इस मैच में बल्ले से सिर्फ 17 रन ही बना सके, लेकिन जब टीम इंडिया बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लिश कप्तान ने अपनी गेंदबाजी से उसकी भरपाई कर दी। भारत का स्कोर 115-5 का था। लेकिन इसके बाद जो रूट ने गेंदबाजी करते हुए बैक टू बैक भारत के पांच विकेट चटकाए।
जी हां, उन्होंने ऋषभ पंत (1), रविचंद्रन अश्विन (17), वॉशिंगटन सुंदर (0), अक्षर पटेल (0) और जसप्रीत बुमराह (1) को आउट करते हुए फाइव विकेट हॉल पूरा किया और भारत को 145 के स्कर पर ही समेट दिया। जो रूट की इस आंधी की चारों तरफ जमकर तारीफ हो रही है। रूट ने 6.2 ओवर गेंदबाजी की और 8 रन देकर फाइव विकेट हॉल हासिल किया।
2- माइकल क्लार्क
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के विश्व कप विजेता कप्तान माइकल क्लार्क का नाम इस लिस्ट में होना लाजमी है। क्लार्क भी उन पार्ट टाइम बॉलर्स में से एक हैं, जिनकी आंधी के सामने भारतीय टीम की बल्लेबाजी इकाई ताश के पत्तों की तरह बिखर गई थी।
ये बात है 2004-2005 की, जब ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत दौरे पर आई थी। सीरीज का चौथा टेस्ट मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था, जिसमें जीत तो भले ही भारत ने दर्ज की थी, लेकिन चर्चा का विषय बने थे माइकल क्लार्क।
दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया के सामने अपनी पार्ट टाइम बॉलिंग से उन्होंने 6 विकेट चटकाए थे। जी हां, सिर्फ 6.2 ओवर गेंदबाजी करते हुए 9 रन देकर क्लार्क ने 6 विकेट अपने नाम कर लिए थे।
3- एंड्रयू साइमंड्स
एंड्रयू साइमंड्स का नाम सुनते ही भारतीय फैंस के जहन में सबसे पहला ख्याल मंकीगेट विवाद का ही आता है। लेकिन हम यहां आपको उनके मंकीगेट विवाद के बारे में नहीं बल्कि उनकी पार्ट टाइम गेंदबाजी के बारे में बताने वाले हैं।
ये बात है 2007-2008 की जब टीम इंडिया, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी। इस मैच में भारतीय बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। पहली पारी में कप्तान रिकी पोंटिंग ने एंड्रयू साइमंड्स से 7 ओवर गेंदबाजी कराई। जहां उन्होंने 19 रन दिए लेकिन एक भी विकेट नहीं निकाल पाए।
लेकिन दूसरी पारी में जब पोंटिंग ने उन्हें गेंद दी, तो उन्होंने भारत के 3 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया। साइमंड्स ने 19 ओवर गेंदबाजी की थी, जिसमें से 5 ओवर मेडेन थे और उन्होंने 51 रन देकर 3 विकेट निकाले थे। वहीं माइकल क्लार्क ने भी 1.5 ओवर में 5 रन देकर 3 विकेट चटकाए थे।