Border-Gavaskar Trophy: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का तीसरा टेस्ट मैच गाबा में खेला जा रहा है। जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में पहला मैच 295 रन से जीतने के बाद भारत को दूसरे टेस्ट में 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, तीसरे टेस्ट में भी ऑस्ट्रेलियाई टीम ड्राइविंग सीट पर नजर आ रही है। उन्होंने पहली पारी में भारत के 48 रन पर 4 विकेट चटका दिए हैं।
हालांकि, भारतीय चयनकर्ता बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 (Border-Gavaskar Trophy 2024-25) के लिए स्क्वाड में इन तीन धाकड़ खिलाड़ियों को शामिल करता तो शायद भारत यह सीरीज 5-0 से अपने नाम कर सकता था। आखिर कौन हैं वो 3 खिलाड़ी जो बदल सकते थे टीम इंडिया की किस्मत, डालते हैं उन पर एक नजर...?
श्रेयस अय्यर ने दिखाया बल्ले से दम
भारतीय टीम के मीडिल ऑर्डर बल्लेबाज श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) इस समय भारत की घरेलू सीरीज में बल्ले से धमाल मचा रहे हैं। मगर उनके इस धमाकेदार प्रदर्शन के बावजूद उन्हें ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए टेस्ट टीम में शामिल नहीं किया गया है। अय्यर ने अपना अंतिम फर्स्ट क्लास मैच नवंबर 2024 में सर्विसेज के खिलाफ खेला था, जिसमें उन्होंने 46 गेंदों पर 47 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली थी।इस साल श्रेयस अय्यर ने रणजी ट्रॉफी 2024-25 में खेले 4 मैचों की पांच पारियों में 90.40 की बेहतरीन औसत के साथ 452 रन बनाए हैं।
इस दौरान उनके बल्ले से 2 शतक भी निकले हैं। अय्यर अपने दम पर मैच का रुख बदलने में माहिर हैं। अगर वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) का हिस्सा होते, तो हो सकता है कि भारत यह सीरीज 5-0 से जीतने में सफल हो पाता। बता दें कि, अय्यर ने भारत के लिए अंतिम टेस्ट मैच साल 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। इसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। वह अभी भी टीम में वापसी की राह तलाश रहे हैं।
ये भी पढ़ें- गाबा में अगर टीम इंडिया को मिली हार, तो खुद गौतम गंभीर इस खिलाड़ी को दिलवा देंगे संन्यास, अब बहुत हुआ बर्दाश्त
अक्षर पटेल को भी नहीं मिली जगह
अपनी शानदार गेंदबाजी और बल्लेबाजी से भारत को कई मैच जिताने वाले अक्षर पटेल (Axar Patel) भी टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं। अक्षर ने भारत के लिए अपना अंतिम टेस्ट मैच फरवरी में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था, जिसके बाद से वह टेस्ट टीम में वापसी नहीं कर पाए हैं। इस लंबे प्रारूप में अक्षर पटेल ने टीम इंडिया के लिए 14 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने 646 रन बनाने के अलावा गेंद से 55 विकेट भी चटकाए हैं। अक्षर पटेल का फर्स्ट क्लास रिकॉर्ड भी कमाल का है।
उन्होंने अब तक 56 फर्स्ट क्लास मैच में 2475 रन बनाए हैं, जबकि इतने ही मैचों में उन्होंने 195 विकेट्स लिए हैं। पटेल निचले क्रम में आकर भारत के लिए कई उपयोगी पारियां खेल चुके हैं। बावजूद उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे से दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकाल कर फेंक दिया गया। अगर उन्हें बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) पर मौका मिलता, तो शायद निचले क्रम में वो भारत के लिए अहम भूमिका निभा सकते थे।
अर्शदीप की स्विंग में फंस सकते थे कंगारू बल्लेबाज
भारत के लिए टी20आई में कमाल की गेंदबाजी करने वाले अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) को अभी तक भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करने का मौका नहीं मिला है। अर्शदीप अभी भी अपनी टेस्ट कैप का इंतजार कर रहे हैं। अपनी धारधार गेंदबाजी के लिए जाने जाने वाले अर्शदीप सिंह ने 21 फर्स्ट क्लास मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने 66 विकेट हासिल किए हैं।
उन्होंने अपना अंतिम फर्स्ट क्लास मुकाबला अक्टूबर 2024 में पंजाब के लिए खेला। बता दें कि, अगर अर्शदीप सिंह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) में खेल रहे होते, तो वह अपनी स्विंग गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान कर सकते थे। लेकिन, उन्हें भी इस दौरे पर नजरअंदाज कर हर्षित राणा जैसे नए-नवेले गेंदबाज पर गौतम गंभीर ने भरोसा जताना सही समझा।
ये भी पढ़ें- बांग्लादेशी क्रिकेट टीम को लगा बड़ा झटका, इस घातक गेंदबाज पर लगा बैन, अब कभी नहीं कर पाएगा गेंदबाजी!