भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट 2023-24 (Central Contract 2023-24) के लिए सालाना अनुबंध की घोषणा कर दी है. जिसमें कई चौकाने वाले नाम शामिल किए गए. इस लिस्ट में हैरान कर देने वाल ऑल राउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) का है जो इंजरी की वजह से अधिकांश मैदान से बाहर ही रहते हैं. पांड्या चोटिल होने के बाद वनडे विश्व कप 2023 से बाहर हो गए थे
इन सब के बावजूद उन्हें BCCI ने A ग्रैड में शामिल किया. जिसके बाद सोशल मीडिया पर फैंस ने हैरानी जाहिर की. लेकिन, धर्मशाला में 5वां टेस्ट जीतने के बाद सचिव जय शाह (Jay Shah) ने टेस्ट खेलने वाले प्लेयर्स की सैलरी को लेकर बड़ी सौगात दी. जिसके पांड्या को बड़ा झटका लग सकता है. BCCI के इस फैंस हार्दिक को करोड़ो का नुकसान हो सकता है. आइए जानते हैं बोर्ड के नए नियम के बारे में...
BCCI के इस फैसले से Hardik Pandya को होगा भारी नुकसान!
हिमाचल प्रदेश में भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच खेला गया. इस मुकाबले रोहित शर्मा एंड कंपनी ने 64 रन और एक पारी से जीत लिया. इसी के साथ भारत ने 4-1 टेस्ट सीरीज अपने नाम कर ली. इस खास मौके पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) सचिव जय शाह (Jay Shah) ने हिटमैन चमचमाती ट्रॉफी थमाई और टेस्ट फीस में बढ़ौतरी करते हुए बड़ा ऐलान कर दिया.
I am pleased to announce the initiation of the 'Test Cricket Incentive Scheme' for Senior Men, a step aimed at providing financial growth and stability to our esteemed athletes. Commencing from the 2022-23 season, the 'Test Cricket Incentive Scheme' will serve as an additional… pic.twitter.com/Rf86sAnmuk
— Jay Shah (@JayShah) March 9, 2024
भारतीय टीम की ओर से एक टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ी को प्रति मैच 15 लाख रूपये दिए जाते हैं जो एक परमानेंट फीस है. इसके अलावा जो खिलाड़ी भारत के लिए लगातार 7 टेस्ट से ज्यादा खेलते हैं तो उन प्लेयर्स को खिलाड़ियों को 45 लाख रुपये प्रति मैच बोनस के तौर पर मिलेंगे.
वहीं दूसरी ओर जो खिलाड़ी प्लेइंग-11 में नहीं होगें उन्हें 22.5 लाख रुपये अलग से मिलेंगे. वहीं नौ मैचों में से 50 प्रतिशत मैचों यानी 5-6 मैचों में अगर कोई खिलाड़ी टीम इंडिया की प्लेइंग-11 का हिस्सा रहता हो तो उसे 30 लाख प्रति मैच मिलेगे. यह याद रहे कि रेग्यूलर मैच फीस के अलावा प्लेयर्स को बोनस के तौर पर मिलेंगे. BCCI ने यह फैसला इसलिए लिया है कि हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) जैसे टेस्ट क्रिकेट से खेलने से गुरेज करते हैं.
Hardik Pandya ने टेस्ट क्रिकेट से बनाई दूरी
टीम इंडिया के स्टार ऑल राउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलते हैं. उन्होंने साल 2017 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट टेब्यू किया था. जबकि 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी बार टेस्ट मैच खेला. अगर पांड्या टेस्ट क्रिकेट का हिस्सा होते तो वह BCCI की नई योजना का कायदा उठा सकते थे.
सूत्रों की माने तो मीडिया में खबरे हैं कि बीसीसीआई ने उन्हें मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट शामिल किया है कि पांड्या ने बोर्ड को आश्वान दिया कि है कि बॉडी जैसे ही उन्हें इस बात के प्रेरित करती है कि वह रैड बॉल क्रिकेट में खेल सकते हैं तो पांड्या घरेलू क्रिकेट में मैदान में उतर सकते हैं.