खुद को BCCI से बड़ा समझता ये ऑलराउंडर, घमंड में चूर होकर नहीं खेलता भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट

बीसीसीआई के बार-बार कहने के बाद भी हार्दिक पांड्या टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलते हैं। उन्हें अंतिम बार सफेद जर्सी में 2018 में देखा गया था। इसके बाद उन्होंने इस प्रारूप से दूरी बना ली है।

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CA Hindi Author
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भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को उनकी विस्फोट पारी और तेज तर्रार बॉलिंग के लिए जाना जाता है। टीम इंडिया के धाकड़ ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम को कई मुकाबलों में जीत दिलाई है। मगर हैरानी की बात यह है कि हार्दिक सिर्फ व्हाइट बॉल क्रिकेट में ही भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं।

उन्होंने काफी लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है और ना ही वह घरेलू टूर्नामेंट में रणजी ट्रॉफी खेलते हैं। उनके इस रवैये के बाद फैंस का मानना है कि यह खिलाड़ी घमंड में चूर होकर भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलता है। साथ ही फैंस तो यहां तक कह रहे हैं कि अब हार्दिक पांड्या खुद को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से बड़ा समझने लगे हैं।

6 साल पहले खेला था आखिरी टेस्ट मैचHardik Test

हार्दिक पांड्या ने भारत के लिए अंतिम टेस्ट 30 अगस्त 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था, इसके बाद से यह दिग्गज ऑलराउंडर सफेद जर्सी में खेलता नजर नहीं आया है। हार्दिक पांड्या ने अपनी फिटनेस का हवाला देकर इस प्रारूम को लगभग छोड़ दिया है। हालांकि, वह टेस्ट को छोड़कर भारत के लिए व्हाइट बॉल क्रिकेट में काफी एक्टिव नजर आते हैं।

इसके बाद कई दिग्गज उनको टेस्ट क्रिकेट खेलने की सलाह भी दे चुके हैं, लेकिन हार्दिक ने सभी की सलाह को दरकिनार कर दिया है। 31 वर्षींय हार्दिक पांड्या घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी में भी अपनी घरेलू टीम के लिए नहीं खेलते हैं। हालांकि, वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 में खेलते हुए दिखाई दिए थे। जहां पर उन्होंने काफी आक्रामक बल्लेबाजी की थी।

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फिटनेस का देते हैं हवाला

हार्दिक पांड्या को बीसीसीआई की ओर से टेस्ट क्रिकेट खेलने की सलाह मिलती रहती है, लेकिन वह हर बार अपनी फिटनेस का हवाला देकर इस फॉर्मेट से बचते नजर आते हैं। बीसीसीआई ने हार्दिक को 2024 में घरेलू टूर्नामेंट खेलने की सलाह दी गई थी, लेकिन इस बार भी उन्होंने अपनी फिटनेस का हवाला देकर रणजी ट्रॉफी से पल्ला झाड़ लिया। हालांकि, उन्होंने बीसीसीआई अधिकारियों को यह आश्वासन दिया था कि वह लिमिटेड ओवर्स वाले फॉर्मेट को खेलना जारी रखेंगे। 

हार्दिक ने खेले इतने टेस्ट

जब हार्दिक पांड्या भारतीय टीम में शामिल हुए थे, तो हर किसी ने उनकी तुलना पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव से करनी शुरू कर दी थी। चर्चाएं यहां तक हो रही थीं कि भारत को अगला कपिल देव मिल गया है, लेकिन हार्दिक ने सभी की उम्मीदों को दरकिनार करके, टेस्ट क्रिकेट को अपनी जिंदगी से लगभग अलग ही कर दिया है।

हार्दिक पांड्या ने साल 2017 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था, इसके बाद से उन्होंने 11 टेस्ट मैच खेले हैं। इतने टेस्ट में उन्होंने 31.29 की औसत के साथ 532 रन बनाए थे। इसमें एक शतक और चार अर्धशतकीय पारियां शामिल हैं। वहीं, गेंदबाजी में इस खिलाड़ी ने 17 विकेट चटकाएं हैं, जिसमें एक फाइव विकेट हॉल भी शामिल है।

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