इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड में इस वक्त खलबली मची हुई है। ECB नस्लभेदी व आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए जीरो टॉलरेंस रखती है। अब बोर्ड ने इस बात का ऐलान कर दिया है कि वह खिलाड़ियों की सोशल मीडिया की समीक्षा करेंगे। इसका मतलब है कि अब बोर्ड खिलाड़ियों की सोशल मीडिया एक्टिविटी पर पैनी नजर रखेगा और आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले खिलाडियों के खिलाफ बोर्ड सख्त कार्रवाई करेगा।
ECB करेगा पुराने मुद्दों का निपटारा
इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में तेज गेंदबाज ओली रॉबिन्सन को उनके 8 साल पुराने आपत्तिजनक पोस्ट के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बैन कर दिया है। इसके बाद खबर आई की एक और खिलाड़ी पर कार्रवाई चल रही है, हालांकि उसका नाम अब तक सामने नहीं आया है। मगर अब ईसीबी बोर्ड बुधवार को हुई मीटिंग के बाद बोर्ड ने साफ कर दिया है कि वह पुराने मुद्दों का निपटारा करेगा। ECB ने एक बयान में कहा,
"बोर्ड कार्यकारी की सोशल मीडिया समीक्षा की सिफारिश पर सहमत हो गया जिसमें किसी भी पुराने मुद्दे का निपटारा किया जाएगा। खिलाड़ियों को आगे उनकी व्यक्तिगत जिम्मेदारियों की याद दिलाई जाएगी और उन्हें साथ ही सबक सीखने में मदद होगी। ईसीबी स्पष्ट था कि यह प्रक्रिया भविष्य में और अनुशासनात्मक कार्रवाई से नहीं बचाएगी, अगर यह जरूरी हुआ तो लेकिन उम्मीद जताई गई कि खेल इस मुश्किल समय से मजबूती से निकल सकता है। इस समीक्षा में प्रशासक, खिलाड़ी, कोच और पेशेवर क्रिकेटर संघ सभी शामिल होंगे।"
हमें करनी चाहिए अपने एक्शन की जांच
हाल ही में इंग्लैंड के अनुभवी जोस बटलर व इयोन मोर्गन के वो पोस्ट वायरल हुए थे, जिसमें कथित तौर पर उन्होंने भारतीयों की टूटी-फूटी इंग्लिश का मजाक उड़ाया था। अब ECB के अध्यक्ष इयान वाटमोर ने बोर्ड की विविधता और समावेशिता पर प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा,
"क्रिकेट को सभी का खेल बनाना खेल की ‘प्रेरणादायक पीढ़ी’ की रणनीति का केंद्र है। राष्ट्रीय संचालन संस्था के तौर पर हमें एक छवि पेश करने में मदद के लिए बीच का रास्ता तय करना चाहिए, उन्हें शिक्षित करना चाहिए कि उनसे क्या उम्मीद की जाती है और उन्हें सार्वजनिक रूप से खुद को व्यक्त करने की जगह भी देनी चाहिए। हमें उनके एक्शन की भी जांच करनी चाहिए और इसमें कमी आने पर उन्हें दंडित भी करना चाहिए।"