Deepak Hooda: भारतीय टीम के विस्फोटक बल्लेबाज दीपक हुड्डा काफी लंबे समय से टीम इंडिया में वापसी की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें वापसी का मौका नहीं मिल रहा है। दीपक हुड्डा ने भारत के लिए आखिरी मैच 1 फरवरी 2023 को न्यूजीलैंड के विरुद्ध खेला था, जिसके बाद उन्हें टीम इंडिया से ड्रॉप कर दिया गया। हालांकि, टीम से ड्रॉप हुए दीपक हुड्डा (Deepak Hooda) ने घरेलू क्रिकेट में बल्ले से गदर मचा रखा है। इस विस्फोटक शैली के बल्लेबाज ने रणजी ट्रॉफी के एक मुकाबले में 598 मिनट तक गेंदबाजों को धोया था और अपनी पारी में 25 चौके और 6 छक्के जड़कर दोहरा शतक ठोक दिया।
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भारत के लिए 10 वनडे और 21 टी20 मुकाबले खेल चुके दीपक हुड्डा (Deepak Hooda) को उनके अंतरारष्ट्रीय क्रिकेट में खराब प्रदर्शन के चलते बाहर कर दिया है, लेकिन रणजी ट्रॉफी 2016 में बड़ौदा के लिए खेलते हुए पंजाब के गेंदबाजों का वह काल बन गए थे। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी बड़ौदा की शुरुआत उतनी खास नहीं, जितनी उम्मीद कप्तान दीपक हुड्डा (Deepak Hooda) कर रहे थे। उनके दो विकेट महज 11 रन पर गिर गए थे, तो 299 के स्कोर पर आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी। इसके बाद कप्तान दीपक हुड्डा ने मोर्चा संभाला और पंजाब के गेंदबाजों की कुटाई शुरू कर दी। बड़ौदा के लिए दीपक (Deepak Hooda) बनकर उभरे कप्तान ने 354 गेंदों का सामना करते हुए 293 रन की नाबाद पारी खेली, जिसमें उन्होंने 25 चौके और 6 छक्के ठोके थे।
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नाबाद रहे कप्तान
बड़ौदा के कप्तान दीपक हुड्डा (Deepak Hooda) एक छोर पर खूंटा गाड़कर खड़े रहे, लेकिन दूसरे छोर से उन्हें अन्य बल्लेबाजों की ओर से मदद नहीं मिल पा रही थी। उन्होंने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ साझेदारियां बुनना शुरू किया, लेकिन कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी खेलने में विफल हो रहा था, मगर दीपक हुड्डा एक छोर से लगातार पंजाब के गेंदबाजों की धुनाई कर रहे थे। इस मैच में दीपक ने 598 मिनट तक बल्लेबाजी की और अंत तक नाबाद रहे। हालांकि, वह मात्र सात रन से अपना तिहरा शतक पूरा करने से चूक गए। मगर तब तक उन्होंने अपनी टीम को 529 के सम्मानजनक स्कोर पर पहुंचा दिया था।
युवराज सिंह ने खेली कप्तानी पारी
जहां बड़ौदा के कप्तान दीपक हुड्डा का आंतक दिल्ली के मैदान पर देखने को मिला, तो पंजाब के तत्कालीन कप्तान युवराज सिंह ने भी बड़ौदा के गेंदबाजों को खूब धोया। इस मैच में युवराज सिंह ने 370 गेंदों का सामना करते हुए 260 रन की बेमिसाल पारी खेली थी, जिसमें उन्होंने 26 चौके और चार छक्के मारे थे, तो दूसरी तरफ पंजाब के लिए मनन वोहरा ने 386 गेंदों पर 224 रन ठोके थे, जिसमें 20 चौके और दो गगनचुंबी छक्के शामिल थे, जिसकी मदद से पंजाब पहली पारी में 670 के स्कोर तक पहुंचने में सफल रही थी। हालांकि, इस मुकाबले का अंत ड्रॉ पर समाप्त हुआ, लेकिन इसी मैच में फैंस को तीन-तीन दोहरे शतक देखने को मिले थे।
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