3 कारण क्यों दीपक चाहर बन सकते हैं हार्दिक पंड्या के बेहतर विकल्प, यहां समझें पूरा गणित

author-image
Shilpi Sharma
New Update
Deepak Chahar-hardik

भारत-श्रीलंका के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला भी संपन्न हो चुका है. एक वक्त पर इस मैच को गंवा चुकी टीम इंडिया दीपक चाहर (Deepak Chahar) के दम पर वापसी करते हुए शानदार जीत हासिल की है. दूसरे वनडे मैच में भारतीय टीम की शुरूआत बेहद खराब रही. पहले मैच में 43 और 59 रन की पारी खेलने वाले शॉ (13) और किशन (1) सस्ते में ही निपट गए थे. लेकिन, निचले स्तर के बल्लेबाजों ने कमाल कर दिया.

हालांकि हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) से फैंस की जो उम्मीदें थीं, उस पर तो पानी फिर गया लेकिन सूर्यकुमार (52), क्रुणाल (35) और तेज गेंदबाज (69) ने जीत को आसान बना दिया. भुवनेश्वर ने भी नाबाद 19 रन की पारी खेली. इस खास रिपोर्ट में हम उन 3 कारणों के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिसके दम पर यह कहा जा सकता है कि, हार्दिक पांड्या के बेहतर विकल्प तेज गेंदबाज चाहर हो सकते हैं.

1. शुरूआती और डेथ ओवरों में विकेट चटकाना

Deepak Chahar

सबसे पहले हम बात करेंगे दीपक चाहर (Deepak Chahar ) की गेंदबाजी की, जिसके लिए वो जाने जाते हैं. लेकिन, श्रीलंका के खिलाफ दूसरे मैच में टीम इंडिया को बेहतरीन जीत दिलाते हुए उन्होंने ये भी साबित कर दिया है कि, वो सिर्फ गेंद से ही नहीं बल्कि बल्ले से भी कमाल करना जानते हैं. उनकी इस प्रतिभा से शायद फैंस अनजान थे, जो राहुल द्रविड़ की कोचिंग में उभरकर सामने आई है.

गेंदबाजी की बात करें तो शुरूआती ओवर में वो टीम को सफलता दिलाने के लिए ही जाने जाते हैं. दूसरे ODI में उन्होंने इसका नमूना भी पेश किया था. लेकिन, मनीष पांडे और भुवनेश्वर की वजह से उन्हें निराशा हाथ लगी. लेकिन, इसके बाद उन्होंने आखिर के कुछ ओवरों में भी विकेट झटके और मेजबान बल्लेबाजों को ज्यादा से ज्यादा रन बनाने से रोका. अपनी स्विंग गेंदबाजी से भी उन्होंने बल्लेबाजों को जमकर परेशान किया.

वहीं बात करें हार्दिक पांड्या की तो उनकी गेंदबाजी में अब पहले के जैसे आक्रामकता नहीं दिख रही है. यहां तक कि, उन्हें काफी संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है. सिर्फ गेंदबाजी में ही नहीं बल्कि बल्लेबाजी में भी उनका यही हाल है. दूसरे वनडे मैच में वो बल्ले से भी संघर्ष करते हुए दिखे और बिना खाता खोले डी सिल्वा की गेंद पर पवेलियन लौट गए.

2. ऑलराउंडर की भूमिका निभाना

publive-image

हार्दिक पांड्या की बैक इंजरी के बाद से टीम इंडिया को एक ऐसे ऑलराउंडर की तलाश में थी. जो तेज गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी भी कर सके. क्योंकि भारतीय टीम में ये समस्या एक लंबे वक्त से रही है. लेकिन, अभी तक ऐसा कोई विकल्प भारत के पास मौजूद नहीं था, जो तेज गेंदबाजी के साथ निचले स्तर पर विनिंग पारी भी खेल सके.

हालांकि श्रीलंका के खिलाफ जिस तरह से दीपक चाहर (Deepak Chahar) ने अपनी स्विंग गेंदबाजी के साथ ही बेहतरीन बल्लेबाजी से प्रशंसकों का दिल जीता है, उससे भारतीय टीम के लिए एक उम्मीद की किरण जाग उठी है. काफी लंबे वक्त से लिमिटेड ओवरों की सीरीज में नजरअंदाज किए जा रहे इस तेज गेंदबाज ने 69 रन की पारी खेलकर को खुद को साबित कर दिया है.

श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे में उन्होंने अपनी गेंदबाजी की विविधिता से बल्लेबाजों को तो परेशान किया ही, इसके साथ ही उन्होंने मौका पड़ने पर टीम के लिए मैच जिताऊ पारी भी खेली. ये दूसरी बड़ी वजह है कि वो हार्दिक पांड्या के बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं.

3. तेज गेंदबाज का फॉर्म में होना, भारत के लिए अच्छी खबर

publive-image

तीसरी बड़ी वजह ये भी कहा जा सकता है कि, इस समय टीम इंडिया के तेज गेंदबाज दीपक चाहर (Deepak Chahar) जबरदस्त फॉर्म में हैं. वो चाहे गेंदबाजी के आधार पर हो या फिर बल्लेबाजी के तौर पर हो. इन दोनों ही स्तर पर वो कमाल का प्रदर्शन कर रहे हैं. इसका नमूना उन्होंने पहले और दूसरे वनडे में अपने परफॉर्मेंस के तौर पर पेश कर दिया है.

तो वहीं हार्दिक पांड्या आईपीएल से ही लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. इंडियन प्रीमियर लीग के पहले चरण में भी उन्हें बल्ले से संघर्ष करते हुए देखा गया था. उस दौरान उनसे गेंदबाजी भी नहीं कराई गई थी. उनका यही खराब फॉर्म श्रीलंका के खिलाफ भी जारी है. जिसका नमूना दूसरे मैच में भी देखने को मिला है.

एक दौर में अपनी विनिंग बल्लेबाजी के लिए मशहूर पांड्या अब बल्ले से सिर्फ संघर्ष कर रहे हैं. या यूं कहे कि, इस समय वो आउट ऑफ फॉर्म में चल रहे हैं. इसलिए ये कहा जा सकता है कि चाहर हार्दिक के बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं. क्योंकि इस समय वो जबरदस्त फॉर्म में भी चल रहे हैं.

भुवनेश्वर कुमार हार्दिक पांड्या भारतीय क्रिकेट टीम दीपक चाहर