भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज दीपक चाहर (Deepak Chahar) ने श्रीलंका दौरे पर जो कमाल की बल्लेबाजी की, उसके बाद से तमाम क्रिकेट एक्सपर्ट्स उन्हें बैटिंग ऑलराउंडर के रूप में देख रहे हैं। अब हाल ही में चाहर ने इस बात का खुलासा किया है कि जब पुणे की टीम ने जब उन्हें चुना था, तो एक गेंदबाज या गेंदबाजी ऑलराउंडर नहीं बल्कि बैटिंग ऑलराउंडर के रूप में टीम में शामिल किया था।
बल्लेबाजी ऑलराउंडर के रूप में हुआ था मेरा चुनाव
श्रीलंका के साथ खेली गई वनडे सीरीज के दूसरे मैच में दीपक चाहर (Deepak Chahai) ने मैच जिताऊ प्रदर्शन किया था। उन्होंने बल्ले से 69 रनों की नाबाद पारी खेलकर भारत को एक हारे हुए मैच में जीत दिलाई थी। इसके बाद से ही राहुल की बल्लेबाजी चर्चा का मुख्य विषय बन गई है। अब खुद खिलाड़ी ने खुलासा किया है कि उन्हें 2016 में पुणे की टीम ने एक बल्लेबाजी ऑलराउंडर के रूप में चुना था। चाहर ने कहा,
“जब मुझे आईपीएल में पुणे के लिए चुना गया था, स्टीफन फ्लेमिंग सर ने वास्तव में मुझे एक बल्लेबाजी ऑलराउंडर के रूप में चुना था, न कि एक गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में। पहले ट्रायल गेम के दौरान, मैंने 48 या 49 रन बनाए। अगले दिन, उन्होंने मुझे वन-डाउन में भेज दिया और मैंने अर्धशतक बनाया। इस तरह मुझे पुणे टीम में चुना गया।”
2014 से कर रहा हूं बल्लेबाजी पर काम
2018 से Deepak Chahar आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा हैं। चेन्नई के लिए भी दीपक ने बल्ले से रन बनाए हैं। आगे उन्होंने अपनी उस 40 रनों की पारी को याद किया, जब उन्हें एमएस धोनी ने ऊपर बल्लेबाजी के लिए भेजा था और उन्होंने 40 रन बनाए थे। चाहर ने बताया,
“पुणे के बाद, मैं सीएसके में आया। एमएस धोनी को ऐसे खिलाड़ी पसंद हैं जो सभी विभागों में योगदान दे सकें। 2018 में, उन्होंने मुझे एक गेम में खुद से आगे भेजा और मैंने 19-20 गेंदों में 40 रन बनाए। लेकिन उसके बाद मुझे ज्यादा बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला। मैं 2014 से अपनी बल्लेबाजी पर काम कर रहा हूं क्योंकि गेंदबाजी में काफी प्रतिस्पर्धा है। यदि आप बल्ले से योगदान करते हैं, तो यह आपको चयन के दौरान बढ़त देता है।”
विश्व कप में रिजर्व प्लेयर के रूप में शामिल हैं Deepak Chahar
आगामी टी20 विश्व कप के लिए भारतीय चयनकर्ताओं ने Deepak Chahar को रिजर्व प्लेयर के रूप में चुना है। चाहर ने अपनी स्विंग गेंदबाजी से तो सभी को प्रभावित किया ही है। साथ ही उनकी बल्लेबाजी क्षमता भी उन्हें खास बनाती है। हालांकि दीपक 15 सदस्यीय विश्व कप टीम में जगह नहीं बना सके। मगर उम्मीद है कि उन्हें मैगा इवेंट में खेलने का मौका मिल सकता है।