चेन्नई सुपर किंग्स ने 23 मई को खेले गए IPL 2023 के पहले क्वालिफायर मुकाबले में गुजरात टाइंटस कोे 15 रन से रौंदते हुए 16 वें सीजन के फाइनल में शान से एंट्री की. इस मैच में एक बार फिर क्रिकेट फैंस और एक्सपर्ट्स ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी का जलवा देखा. जब विस्फोटक बल्लेबाजों से भरी गुजरात टाइटंस ने धोनी (MS Dhoni) की रणनीति के आगे घुटने टेक दिए. मैच के दौरान एक वाकया ऐसा भी घटा जिसे लेकर धोनी की कप्तान की काफी तारीफ हो रही है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी ब्रैड हॉज ने इसे खेल भावना के विपरीत बताया है और इसके लिए धोनी सहित अंपायरों को भी दोषी माना है.
क्या है मामला?
दरअसल, गुजरात की पारी का 16 वां ओवर महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) मथिशा पाथिराना से करवाना चाहते थे लेकिन अंपायरों के मुताबिक पाथिराना जितनी देर फिल्ड पर थे उससे ज्यादा समय से तक फिल्ड से बाहर थे इसलिए वे 4 मिनट के बाद ही गेंदबाजी कर सकते थे लेकिन धोनी को 16 वां ओवर पाथिराना से ही करवाना था इसलिए वे अंपायर्स से बात करने लगे और उनके साथ सीएसके के कुछ और खिलाड़ी भी आ गए. 4 मिनट के बाद धोनी आखिरकार पाथिराना को ही लेकर आए और पारी का 16 वां ओवर उन्होंने किया.
ब्रैड हॉज ने की आलोचना
मैच के दौरान धोनी (MS Dhoni) द्वारा 4 मिनट बाद मथिशा पाथिराना से गेंदबाजी करवाने के फैसले पर अंपायरों द्वारा समर्थन दिए जाने का ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी ब्रैड हॉज (Brad Hogg) ने आलोचना की है. उन्होंने कहा, 'धोनी ने जानबूझकर अंपायर्स से 4 मिनट के लिए खेल रोकने के उद्देश्य से बात करना शुरु किया. अंपायर्स को ऐसी स्थिति में खेल को नियंत्रित करना चाहिए था लेकिन वे भी धोनी के साथ हंसते रहे. ये खेल के लिए सही नही है.'
काम कर गई धोनी की रणनीति
धोनी (MS Dhoni) इस जेनरेशन के सबसे बेहतरीन कप्तान हैं. उन्हें अपनी रणनीति को अगर लागू करना होता है तो वे पीछे नहीं हटते. बीते मुकाबले में उनका लक्ष्य 16 वां, 18 वां और 20 वां ओवर पाथिराना से करवाना था और इसके लिए उन्होंने खेल रोक दिया. वे फाइन के लिए भी तैयार थे लेकिन मैच उन्हें जीतना था और हुआ भी वही. पाथिराना ने 16, 18 और 20 ओवर फेंके. इस दौरान गुजरात का रन रेट और विकेट दोनों गिरा और चेन्नई मैच जीत गई.
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