टीम इंडिया के अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) ने मंगलवार को खेले गए दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में 3 विकेट चटकाए। जबकि वह पहले मैच में एक भी विकेट नहीं निकाल सके थे और काफी महंगे भी साबित हुए थे। दूसरे मैच में शानदार गेंदबाजी करने के अलावा भुवी ने एक नो बॉल भी फेंकी। वैसे 'नो बॉल' आज क्रिकेट में आम हो चुकी है, लेकिन जब वह भुवनेश्वर के हाथ से निकली, तो सभी दंग रह गए, क्योंकि 6 साल बाद उन्होंने एक नो बॉल फेंकी।
Bhuvneshwar Kumar ने 6 साल बाद फेंकी 'नो बॉल'
आज क्रिकेट की रफ्तार के साथ गेंदबाजों के हाथ से नो बॉल निकलना तो मानो आम बात हो चुकी है। लेकिन Bhuvneshwar Kumar वह गेंदबाज हैं, जिनके हाथ से नो बॉल निकलना बड़ी बात है। श्रीलंका के साथ खेले गए दूसरे वनडे मैच में मिनोद भानुका के सामने भुवी के हाथ से निकली 5वें ओवर की पहली ही गेंद नो बॉल रही।
दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने लगभग 6 साल, 3093 गेंदों के बाद नो बॉल फेंकी थी। भुवनेश्वर कुमार ने इंटरनेशनल क्रिकेट में आखिरी बार अक्टूबर 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ नो बॉल फेंकी थी। इस मैच में भुवी ने 3 विकेट चटकाए और अपनी गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया।
भारत ने दर्ज की रोमांचक जीत
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने भारत के सामने 276 रनों का लक्ष्य खड़ा किया था। जवाब में भारतीय टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिल सकी। पहले भारत का टॉप आर्डर 65-3 पर सिमट गया। इसके बाद सूर्यकुमार यादव ने अर्धशतक लगाकर भारतीय खेमे में जीत की उम्मीद तो जगाई, लेकिन वह जीत नहीं दिला सके और आउट हो गए। इसके बाद जब दीपक चाहर मैदान पर आए, तब भारत का स्कोर 160-6 का था।
लेकिन फिर जो हुआ, उसे सालों तक क्रिकेट गलियारों में याद किया जाएगा। दीपक चाहर ने शानदार प्रदर्शन बल्लेबाजी करते हुए 69* रनों की मजबूत पारी खेली और भारत को 3 विकेट से जीत दिलाई। इस जीत के साथ ही भारत के पास अब सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त है। सीरीज का तीसरा मुकाबला 23 जुलाई को खेला जाएगा।