Virat Kohli: विराट कोहली का खराब फॉर्म टीम इंडिया के लिए जी का जंजाल बन चुका है। कोहली लगातार टेस्ट क्रिकेट में फ्लॉप साबित होते जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद बीसीसीआई दिग्गज को एक-एक करके कई मौके दे चुकी हैं, लेकिन वह इस मौके को अभी तक भुनाने में कामयाब नहीं हो पाए हैं। ऐसे में सिडनी टेस्ट की पारी के साथ ही अब विराट कोहली को बीसीसीआई भी टाटा बाय-बाय कहने को तैयार बैठी है। टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली (Virat Kohli) की इन तीन बड़ी गलतियों के बाद उनकी टीम में वापसी मुश्किल नहीं बल्कि नामुमकिन दिखाई दे रही है।
खराब फॉर्म बना चिंता का विषय
विराट कोहली (Virat Kohli) काफी समय से फॉर्म में नहीं हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें टीम इंडिया में खेलना लगातार मौका मिल रहा है। लेकिन वह हर बार फेल ही रहे हैं। सिर्फ टेस्ट ही नहीं बल्कि एकदिवयीस और टी20आई में भी विराट कोहली का हाल इसी तरह से बदहाल है। विराट ने 2024 में भारत के लिए कुल 10 मैच खेले थे, जिसमें वह 417 रन ही बना पाए थे। जबकि वनडे में कोहली ने तीन मुकाबलों में सिर्फ 58 रन बनाए थे। टी20आई में भी कोहली का हाल कुछ इसी तरह का रहा है।
सबसे छोटे फॉर्मेट में कोहली ने 10 मैचों में 18 की औसत से सिर्फ 180 रन बनाए थे। इस दौरान वह सिर्फ 1 अर्धशतक बना पाए। जबकि सभी फॉर्मेट मिलाकर कोहली ने 23 मैचों की 32 पारियों में 21.83 की साधारण औसत के साथ सिर्फ 655 रन बनाए हैं। खराब फॉर्म में होने के बाद भी बीसीसीआई कोहली पर लगातार विश्वास दिखाई रही है, लेकिन हर बार कोहली यह विश्वास तोड़ते दिखाई दे रहे हैं।
गलती को सुधारने को नहीं हैं तैयार
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में विराट कोहली 5 टेस्ट की 9 पारियों में एक ही तरह से आउट हुए हैं। उन्हें ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज लगातार ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी कर रहे थे और हर बार विराट कोहली उन्हें छेड़कर आउट हो रहे थे। वह सभी पारियों में ऑफ स्टंप की बाहर की गेंदों को खेलने के प्रयास में आउट हुए हैं।
कोहली की यह कमजोरी नई नहीं हैं। साल 2014 में इंग्लैंड दौरे पर पूर्व इंग्लिस दिग्गज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने कोहली (Virat Kohli) को इसी लाइन पर खासा परेशान किया था। इसके बाद कोहली की इस कमजोरी का फायदा सभी टीमों ने उठाना शुरू कर दिया। लेकिन 10 साल बाद भी कोहली इस गलती को सुधारना तो दूर वहां की गेंदों को छोड़ भी नहीं पा रहे हैं। अगर यही हाल कोहली का आने वाली सीरीज में भी रहा तो जल्द ही उन्हें टीम इंडिया से बाहर किया जा सकता है।
बार-बार आराम मांगना
लगातार 13 साल तक क्रिकेट खेलने वाले विराट कोहली (Virat Kohli) पिछले तीन वर्षों से बीसीसीआई से बार-बार आराम की मांग करते रहे हैं। कोहली साल 2021 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान भारत की कप्तानी संभाल रहे थे, लेकिन वह एक मुकाबला खेलकर वापस स्वदेश लौट आए थे। इसके बाद साल कोहली ने साल 2022 में बीसीसीआई से वनडे क्रिकेट से आराम मांगा था। भारत को उस समय वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलना था। इसके बाद कोहली ने साल 2023 साउथ अफ्रीका दौरे पर खेली जाने वाली 3 टी20आई, 3 वनडे और 2 टेस्ट के दौरान बीसीसीआई से आराम मांगा था।
वह इस दौरान वह अपने पूरे परिवार के साथ लंदन में छुट्टियां मना रहे थे। कोहली ने व्हाइट बॉल मुकाबले नहीं खेले थे, लेकिन वह टेस्ट के लिए अफ्रीका गए थे। साल 2024 में भारत और इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर खेली गई टेस्ट सीरीज में भी विराट कोहली खेलते दिखाई नहीं दिए थे। वह पूरी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से बाहर रहे थे। अब एक बार फिर वह इसी साल इंग्लैंड के साथ होने वाली 3 मैचों की वनडे सीरीज से भी आराम ले सकते हैं। अगर विराट कोहली (Virat Kohli) ऐसे ही बार-बार आराम लेते रहेंगे तो कहीं उनका टीम से पत्ता ही साफ नहीं हो जाए।
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