आईपीएल 2021 में फैन्स को नजर आ सकती है 10 टीमें, विदेशी खिलाड़ियों की बढ़ेगी और संख्या

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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड दीवाली के बाद इंडियन प्रीमियर लीग में दो और टीमों का टेंडर बढ़ा रहा है. लेकिन टीम कई नए सवालों और मांगों के साथ तैयार हैं. खिलाड़ियों की अगली नीलामी में आईपीएल 2021 ऑक्शन के विशाल होने की उम्मीद है. कुछ टीमें पहले ही इस बात के लिए संघर्ष कर रही हैं, तो वहीं अब आईपीएल में 10 टीमें भाग लेंगी.
क्या है आईपीएल के नियम?
इंडियन प्रीमियर लीग के नियम के मुताबिक, हर टीम को कम से कम 8 विदेशी खिलाड़ी अपने दल में रखने हैं. इनमें से केवल चार प्लेइंग इलेवन में खेल सकते हैं. यदि टीमों की संख्या 8 से 10 हो जाती है तो टीमों को क्वालिटी प्लेयर चुनने में और मुश्किल होगी.
टीमें अभी से क्वालिटी खिलाड़ियों की जगह सुनिचित नहीं कर पा रही हैं. यदि हम अधिकांश इंडियन प्रीमियर लीग टीमों के दल को देखें तो सात से नौ खिलाड़ियों लगभग तय होते हैं, हर टीम दो से तीन खिलाड़ियों को रोटेट करती हैं.
आईपीएल में यदि 8 से 10 टीम कर दी जाएँगी तो प्रतिभाशाली खिलाड़ी और कम हो जाएंगे. 8 टीमों में अभी भी कुछ क्वालिटी खिलाड़ियों का स्तर बना हुआ है. यदि इसी पूल में से दो टीमें और बनाई जाएंगी तो क्या क्वालिटी की कोई गारंटी होगी.
बीसीसीआई ने विदेशी खिलाड़ी को लेकर कही ये बात?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने आईपीएल 2020 के सीजन को यूएई में कराया. जो एक तरह से अच्छा साबित हुआ. वहीं अब आईपीएल के अगले सीजन की तैयारी होने लगी गई है. जिसकी वजह से माना ये जहां रहा है कि आईपीएल के अगले सीजन में 8 नहीं बल्कि 10 टीमें शामिल हो सकती हैं.
"प्लेइंग इलेवन में विदेशी खिलाड़ी चार से पांच किए जा सकते हैं. इस कदम से समस्या हल हो जाएँगी."
सूत्रों के मुताबिक हो सकता है?
जहां अभी आईपीएल के अगले सीजन को लेकर सभी तरफ से तैयारियां पूरी की जा रही है और साथ ही साथ आईपीएल के अगले सीजन को पूरी तरह से आईपीएल को भारत में कराया जाए. टाइम्स ऑफ़ इंडिया की खबर के मुताबिक, बीसीसीआई के अधिकृत सूत्रों का कहना है कि
"अधिकांश क्वालिटी विदेशी खिलाड़ी बेंच पर बैठे रहते हैं क्योंकि केवल चार ही विदेशी खिलाड़ी खेल सकते हैं. एक अतिरिक्त विदेशी खिलाड़ी से टीम का संतुलन बनेगा. आईपीएल एक ऐसा टूर्नामेंट है, जहां घरेलू स्तर पर प्रतिभाओं को मौका दिया जाता है, इसलिए बीसीसीआई की आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के लिए विदेशी खिलाड़ियों की संख्या को बढ़ाने का निर्णय करना आसान नहीं होगा."