भारत की टेस्ट टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) आज अपना 33वां जन्मदिन मना रहे हैं। रहाणे को भले ही पिछले कुछ सालों में सीमित ओवर क्रिकेट खेलने का मौका ना मिला हो, लेकिन उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में खुद को स्थापित किया है। आज रहाणे के जन्मदिन पर हम आपको उनके करियर की कुछ खास बातें बताते हैं। क्या आप जानते हैं कि रहाणे का ट्रैक रिकॉर्ड घर से ज्यादा विदेशी सरजमीं पर शानदार है।
घर से ज्यादा विदेश में रन बनाते हैं Ajinkya Rahane
भारत के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ की कप्तानी में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करने वाले अजिंक्य रहाणे ने भारतीय टीम में अपनी अहम जगह बनाई है। रहाणे ने 2011 में एकदिवसीय क्रिकेट में अपना कदम रखा था। मगर उन्हें टेस्ट डेब्यू के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ा। जब दिग्गज खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने संन्यास लिया, तो टीम में जगह खाली हुई और Ajinkya Rahane को उनका मौका मिला। टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्लेबाज ने 73 टेस्ट मैचों में 41.28 की औसत से 4583 रन बनाए हैं। टेस्ट करियर में उनके नाम 12 शतक दर्ज है।
रहाणे भारत से ज्यादा विदेशी पिचों पर सफल रहे हैं। ये बात सुनने में अजीब लगती है, लेकिन आंकड़े कुछ ऐसी ही गवाही देते हैं। जब रहाणे घर पर खेलते हैं, तो उनका औसत 36 का रहता है, वही औसत विदेशी सरजमीं पर बढ़कर 44 का हो जाता है। औसत के अलावा उनके बल्ले से निकले कुल 12 में से 8 शतक विदेशी धरती पर ही आए हैं। रहाणे उछाल और स्विंग लेती पिचों पर ज्यादा सहज तरीके से खेलते हैं।
कप्तानी का ट्रैक रिकॉर्ड लाजवाब
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की गैरमौजूदगी में अजिंक्य रहाणे को जब भी टीम की अगुवाई करने का मौका मिला है, उन्होंने खुद को साबित किया है। अब तक 5 मैचों में Ajinkya Rahane को कप्तानी करने का मौका मिला है, जिसमें उन्होंने 4 मैच जीते हैं, तो वहीं 1 मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ। इसी साल जनवरी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के घर पर ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में हराया था।
जहां, शुरुआती मुकाबले के बाद बचे हुए 3 मैचों में रहाणे ने ही टीम की कप्तानी की थी और जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। ये जीत ज्यादा खास इसलिए भी थी, क्योंकि ज्यादातर अनुभवी खिलाड़ियों के चोटिल होने के बाद भी अजिंक्य रहाणे ने युवा खिलाड़ियों का सही चयन व इस्तेमाल किया और सीरीज को अपने नाम किया।
टेस्ट चैंपियनशिप पर रहाणे की भूमिका अहम
भारत को यदि आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला जीतना है, तो उसके लिए विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा व अजिंक्य रहाणे का प्रदर्शन बहुत अधिक मायने रखेगा। पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर Ajinkya Rahane ने शतक लगाया था, तो अब उनसे एक बार फिर SENA देश की पिच पर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जाएगी। बताते चलें, टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल 18-22 जून को न्यूजीलैंड के साथ इंग्लैंड में खेला जाना है।