विश्व क्रिकेट के बेहतरीन ऑलराउंडर में गिने जाने वाले भारतीय खिलाड़ी रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) का करियर उतार चढ़ाव भरा रहा है। भारतीय टीम में अब उनकी जगह पक्की मानी जाती है लेकिन एक समय उनकी टीम में जगह को लेकर भी सवाल खड़े होते थे। रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने समय के साथ-साथ अपने प्रदर्शन से दम पर हर किसी को करारा जवाब दिया है। रणजी खेलते हुए जडेजा ने बेहतरीन पारी खेलते हुए तिहरा शतक जड़ा और अपने सभी आलोचकों के मुंह पर करारा तमाचा मारा है…
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रविन्द्र जडेजा ने जड़ा तिहरा शतक
ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) अपने ऑलराउंड खेल के लिए जाने जाते हैं। भारतीय टीम के लिए उन्होंने गेंद के साथ साथ बल्ले से भी कई बार कमाल की पारियां खेली हैं। इसी तरह साल 2012 में सौराष्ट्र की तरफ से रणजी ट्रॉफी खेलते हुए तिहरा शतक जड़ दिया था। रेलवेज के खिलाफ खेलते हुए उन्होंने पहली पारी में 501 गेंदों लंबी मैराथन पारी खेली और 331 रन बना डाले। उनके आगे गेंदबाजी करते हुए रेलवेज के सभी गेंदबाज बेअसर नजर आ रहे थे।
जडेजा की ऐतिहासिक पारी
रेलवेज के हर गेंदबाज के सामने जडजेा (Ravindra Jadeja) ने खुलकर बल्लेबाजी की और हर किसी को बता दिया कि वो गेंदबाजी के साथ-साथ बल्ले से भी कमाल करने का दम रखते हैं। अपनी इस पारी के दौरान जडेजा 707 मिनट तक क्रीज पर टिके रहे। इसी के साथ उनके बल्ले से 29 चौके और 7 छक्के भी निकले थे। बल्ले के साथ साथ जडेजा ने गेंदबाजी में भी कमाल दिखाते हुए पहली पारी में 3 विकेट हासिल किए।
गेंद और बल्ले से जडेजा ने दिखाया था दम
सौराष्ट्र और रेलवेज के बीच खेले गए इस मुकाबले में जडेजा (Ravindra Jadeja) ने गेंद औऱ बल्ले दोनों से ही कमाल का प्रदर्शन किया था। उनके तिहरे शतक के दम पर सौराष्ट्र की टीम ने पहली पारी में 9 विकेट के नुकसान पर 576 रनों पर पारी घोषित कर दी थी। इसके बाद रेलवेज ने पहली पारी में 335 रन बनाए और दूसरी पारी में विना विकेट खोए 27 रन बनाए थे। इसी के साथ दिनखत्म हो जाने के चलते मैच को ड्रॉ घोषित कर दिया गया था।
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