Cricketer: क्रिकेट में हर दिन रिकॉर्ड बनते और टूटते हैं। खिलाड़ी अपने दमदार प्रदर्शन से इतिहास रचते हैं। ऐसा ही कुछ बीते दिन भारतीय क्रिकेट में भी देखने को मिला। 10 दिसंबर को भारतीय बल्लेबाज ने धुआंधार बल्लेबाजी कर महारिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। महज 18 साल की उम्र में इस खिलाड़ी ने वो कर दिखाया जो आज तक कोई भारतीय क्रिकेटर (Indian Cricketer) नहीं कर पाया था। आइए इस लेख के जरिए जानते हैं कि क्या है पूरा मामला?
भारतीय बल्लेबाज ने रचा इतिहास
घरेलू क्रिकेट में भारतीय खिलाड़ियों का अक्सर शानदार प्रदर्शन देखने को मिलता है। लिस्ट ए और फर्स्ट क्लास में अपनी काबिलियत साबित कर क्रिकेटर्स के लिए टीम इंडिया में जगह बनाना ऐसा हो जाता है। इस बीच 18 वर्षीय बल्लेबाज ने लिस्ट ए में तूफ़ानी बल्लेबाजी कर टीम में एंट्री के लिए दावेदारी ठोक दी है। मंगलवार यानी 10 दिसंबर को सीनियर महिला वनडे ट्रॉफी में नागालैंड और उत्तराखंड का आमना-सामना हुआ। इसमें 18 वर्षीय बल्लेबाज नीलम भारद्वाज ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से भारतीय महिला क्रिकेट में इतिहास रच दिया है।
गेंदबाजों की लगाई क्लास
नीलम भारद्वाज ने चौकों की बौछार करते हुए दोहरी शतकीय पारी खेली, जिसके दम पर उत्तराखंड की टीम ने नागालैंड को 372 रनों का लक्ष्य दिया। उन्होंने 137 गेंदों का सामना करते हुए 202 रनों की नाबाद पारी खेली। इस दौरान उनके बल्ले से 27 चौके और दो छक्के निकले। यह तूफ़ानी पारी खेलने के बाद नीलम भारद्वाज लिस्ट ए मैच में दोहरा शतक लगाने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय महिला क्रिकेटर (Cricketer) बन गई हैं। बता दें कि स्मृति मांधना और मिताली राज के नाम भी लिस्ट ए में शतक दर्ज हैं।
छोटी उम्र में ही कर दिया था क्रिकेट खेलना शुरू
रामनगर रेलवे स्टेशन के पास कुमाऊं की बस्तियों से आने वाली नीलम भारद्वाज ने छोटी उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। उन्होंने मात्र 12 वर्ष की आयु में अंडर-19 ट्रायल के दौरान चयनकर्ताओं को प्रभावित किया था। वहीं, अब लिस्ट ए क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ उन्होंने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। उम्मीद की जा रही है कि उनकी जल्द ही टीम इंडिया में भी एंट्री हो सकती है। इसी के साथ बताते हुए चले कि एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई भी भारतीय महिला क्रिकेटर (Cricketer) अब तक दोहरा शतक नहीं जड़ पाई है।
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