इन 3 तरीकों से ब्रिसबेन टेस्ट के तीसरे दिन मैच में वापसी कर सकती है भारतीय टीम
Published - 16 Jan 2021, 01:55 PM

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ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में दोनों टीमों के पास 1-1 अंक है। ऐसे में गाबा, ब्रिस्बेन में खेला जाने वाला चौथा टेस्ट मैच सीरीज निर्णायक साबित होने वाला है। शुक्रवार से शुरू हुए गाबा टेस्ट मैच का पहला दिन मिला-जुला रहा और ऑस्ट्रेलिया के 274-5 के स्कोर के साथ दिन अंत हुआ।
दूसरे दिन का पहला सेशन भारत ने अपने नाम करते हुए 28 ओवर के खेल में ही ऑस्ट्रेलिया के बचे हुए 5 बल्लेबाजों को आउट कर दिया। हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने मैच में वापसी करते हुए भारत की सलामी जोड़ी को बड़ी साझेदारी करने से रोका और दूसरे दिन के अंत तक भारत टी ब्रेक तक 62-2 पर था।
मगर इसके बाद हुई मूसलाधार बारिश के चलते दूसरे दिन के बचे हुए ओवर धुल गए। अब तीन दिन का मैच बचा है और दोनों ही टीम इसे अपने नाम करना चाहेंगी। तो आइए आपको वह तीन तरीके बताते हैं, जिससे भारतीय क्रिकेट टीम इस मैच में वापसी कर सकती है।
इन 3 तरीकों से तीसरा दिन अपने नाम कर सकता है भारत
चेतेश्वर पुजारा-अजिंक्य रहाणे को खेलनी होगी बड़ी पारी
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। टीम के बल्लेबाजों ने कप्तान टिम पेन के फैसले को सही साबित करते हुए पहली पारी में 369 रन बनाए। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल 7 व रोहित शर्मा 44 रनों पर आउट हो गए।
दूसरे दिन के अंत पर क्रीज पर मौजूदा भारतीय टीम के सबसे अनुभवी व बेस्ट टेस्ट बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे 2 व चेतेश्वर पुजारा 8 रनों के साथ मौजूद हैं। अब यदि भारतीय क्रिकेट टीम को गाबा मैच में वापसी करनी है, तो इन दोनों ही बल्लेबाजों को लंबे वक्त तक बल्लेबाजी करते हुए बड़ी साझेदारी करनी होगी।
इस वक्त इन दोनों बल्लेबाजों द्वारा बनाए रन टीम इंडिया के लिए विनिंग रन साबित हो सकते हैं। इसलिए यदि इन दोनों का बल्ला तीसरे दिन बोलता है, तो यकीनन भारतीय टीम इस मैच में वापस आ जाएगी, वरना टीम के लिए ब्रिस्बेन टेस्ट को जीतना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो सकता है।
विकेट संभालकर खेलें मैच
पहले दिन भारत ने शुभमन गिल व रोहित शर्मा के रूप में दो अहम विकेट गंवा दिए। ऐसे में भारतीय टीम के लिए अब आगे का सफर आसान नहीं होने वाला है। उन्हें रन बनाते हुए विकेट बचा कर खेलना होगा। जी हां, एक तरफ बल्लेबाजों को स्कोरबोर्ड चलाना है और साथ ही अपने विकेट को भी बचाकर रखना होगा।
असल में, पुजारा और रहाणे के बाद बैटिंग लाइनअप पर गौर करें, तो इन फॉर्म बल्लेबाज ऋषभ पंत हैं और उनके बाद कोई ऐसा बल्लेबाज नहीं नजर आ रहा है, जिनके पास टेस्ट क्रिकेट का अधिक अनुभव हो बल्कि टी नटराजन व व़शिंगटन सुंदर तो अपना डेब्यू मैच ही खेल रहे हैं।
ऐसे में बल्लेबाजों के लिए अहम हो जाता है कि वह वक्त लेकर पहले खुद को क्रीज पर सेट करें और फिर शॉट्स खेलें, ताकि वह भारत को मैच में वापस ला सकें।
ऑस्ट्रेलिया को ना बनाने दे बड़ी बढ़त
भारतीय क्रिकेट टीम को यदि तीसरा दिन अपने नाम करना है, तो अधिक से अधिक रन बनाने की सोच के साथ मैदान पर उतरना होगा। दूसरे दिन के अंत पर ऑस्ट्रेलिया के पास 307 रनों की एक बड़ी बढ़त है। अब यदि भारत को गाबा टेस्ट मैच में वापसी करनी है, तो उनके लिए अहम हो जाता है इस बढ़त के नजदीक पहुंचना।
सिडनी टेस्ट मैच में जिस तरह का खेल भारतीय क्रिकेट टीम ने दिखाया, उसे देखकर ये कहना गलत नहीं होगा की यदि लक्ष्य कुछ छोटा होता, तो भारत मैच को ड्रॉ करने का बजाए जीतने की स्थिति में भी आ सकता था। इसलिए अब आखिरी टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया की बढ़त को कम से कम करके रखना होगा।
ताकि टीम के बल्लेबाजों पर अत्यधिक दबाव ना बने और भारतीय क्रिकेट टीम फाइनल टेस्ट मैच को जीतकर सीरीज अपने नाम कर सके।