भारत का सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट हैं, इसलिए क्रिकेट भारत की हर गली में खेला जाता है, गली में खेलने वाले हर खिलाड़ी की ख्वाहिश होती है कि वो भारत की अंतरराष्ट्रीय टीम में खेले। इन्हीं ख्वाहिश रखने वाले खिलाड़ियों की वजह से आज भारतीय टीम की बेंच स्ट्रेंथ दुनिया की हर टीम में मजबूत हो गई है। अब भारत की अंतरराष्ट्रीय टीम में मौजूद होने के बाद भी खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में चुने जाने के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ता हैं।
हमने बहुत बार देखा है, कि कुछ खिलाड़ी टीम में उम्दा प्रदर्शन कर रहे होते हैं, लेकिन चोटिल होने की वजह से टीम से बाहर हो जाते हैं, फिर कोई दूसरा खिलाड़ी अपना दमदार प्रदर्शन करके उन खिलाड़ियों की जगह ले लेता है, जिसके बाद चोटिल खिलाड़ियों को या तो टीम में जगह बनाने के लिये लम्बा इंतजार करना पड़ता है या फिर उन खिलाड़ियों का करियर ही खत्म हो जाता है।
वो 3 खिलाड़ी जिन्होंने चोटिल खिलाड़ी का फायदा उठा कर टीम में बनाई जगह
हम इस आर्टिकल में आपको उन 3 खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिन्होंने चोटिल खिलाड़ियों का फायदा उठाकर टीम में बनाई जगह।
#3, श्रेयस अय्यर/ऋषभ पंत
ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर दोनों भारतीय टीम के लिये मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी हैं। 26 वर्षीय अय्यर दाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं, जिन्होंने 22 वनडे मैचों में 100.37 की स्ट्राइक रेट और 42.79 की औसत से 813 रन बनाएं हैं। तो वही, 23 वर्षीय पंत बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं, जिन्होंने 18 वनडे मैचों में 114.25 की स्ट्राइक रेट और 33.06 की औसत से 529 रन बनाएं हैं।
यह दोनों खिलाड़ी भारत की वनडे टीम में एक साथ प्लेइंग में खेलते हैं, लेकिन अय्यर टीम में बतौर बल्लेबाज खेलते हैं, तो पंत बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज खेलते हैं। लेकिन अय्यर के बाये कंधे की हड्डी, इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे मैच में फीलडिंग के दौरान खिसक गई, जिससे लम्बे समय तक उनके खेलने पर संदेह है, क्योंकि कंधे की हड्डी खिसकने पर ठीक होने में लम्बा समय लग जाता हैं।
श्रेयस की गैरमौजूदगी में पंत वनडे टीम के मिडिल ऑर्डर में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 2 वनडे मैचों में 77.50 की औसत और 151.96 की स्ट्राइक रेट से 155 रन बनाकर टीम में अपनी दावेदारी ठोक दी है।
#2, प्रवीन कुमार/भुवनेश्वर कुमार
प्रवीन कुमार और भुवनेश्वर कुमार दोनों भारतीय टीम के मीडियम फास्ट गेंदबाज हैं। प्रवीन कुमार भारतीय टीम के लिए 68 वनडे मैच खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 5.13 की इकोनॉमी और 36.03 की औसत से 77 विकेट लिए हैं, तो वही भुवनेश्वर कुमार 117 वनडे मैच खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 5.03 की इकोनॉमी और 34.53 की औसत से 135 विकेट लिए हैं।
प्रवीन कुमार और भुवनेश्वर कुमार दोनों ही तेज गेंदबाजों ने साल 2012 में भारतीय टीम में अपना पहला मैच खेला था दोनों ही तेज गेंदबाज अपनी स्विंग गेंदबाजी के महिर माने जाते हैं, लेकिन साल 2012 में ही पदार्पण करने वाले, दोनों खिलाड़ियों में से प्रवीन कुमार ने कुल 68 वनडे मैच ही खेले हैं, जबकी भुवनेश्वर कुमार अब तक 117 मैच खेल चुके हैं। इसकी वजह है प्रवीन कुमार अधिक समय तक चोट के कारण टीम से बाहर रहें, जबकि भुवनेश्वर कुमार उनकी जगह टीम में लगातार शानदार प्रदर्शन करते रहें हैं।
#1, भुवनेश्वर कुमार/जसप्रीत बुमराह
भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह दोनों ही खिलाड़ी भारतीय टीम में बतौर तेज गेंदबाज खेलते हैं। भुवनेश्वर कुमार ने साल 2012 में पदार्पण करने के बाद से अब तक 117 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 5.03 की इकोनॉमी और 34.53 की औसत से 135 विकेट लिए हैं। जबकि बुमराह ने साल 2016 में पदार्पण करने के बाद से लेकर अब तक 67 वनडे मैच खेल हैं, जिसमें उन्होंने 4.66 की इकोनॉमी और 25.33 की औसत से 108 विकेट लिए हैं।
एक समय था जब भुवनेश्वर कुमार भारतीय टीम के धुरी गेंदबाज माने जाते थे, लेकिन साल 2016 में चोटिल होने के कारण उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा, उनकी जगह 2016 में ही जसप्रीत बुमराह ने टीम में पदार्पण किया और पहले मैच से ही घातक गेंदबाजी करके टीम के सबसे भरोसेमंद गेंदबाज बन गए। दोनों गेंदबाज के टीम में होने के बाजूद भुवनेश्वर कुमार को प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने लिए इंतजार करना पड़ता है, क्योंकि बुमराह फिलवक्त टीम के धुरी गेंदबाज बन गए हैं।