भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) के मौजूदा समय में प्रतिभावान खिलाड़ियों की कमी नही है। जहां खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर टीम में अपनी जगह पक्की करना चाहते हैं। कई बारी देखा जाता है कि मैच में गेंदबाज शानदार गेंदबाजी करते हैं। लेकिन, इसके बाद भी वह टीम में अपनी जगह को लेकर कंफर्म नहीं होते है। इसी कड़ी में आज उन तीन खिलाड़ियों के बारे में जानेगे जिनके साथ कप्तान और टीम मैनेजमेंट के द्वारा नाइंसाफी की जा चुकी है। इन गेंदबाजो को मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजने के बावजूद भी उन्हें अगले मुकाबले में खेलने का मौका नहीं दिया गया।
कुलदीप यादव
भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) के स्पिनर गेंदबाज कुलदीप यादव का नाम इस सूची में पहले नंबर पर आता है। बांग्लादेश के खिलाफ हाल ही में कुलदीप यादव ने अपने शानदार प्रदर्शन से फैंस और क्रिकेट एक्पर्ट का दिल जीता। उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ पहले मुकाबले में 22 महीने बाद टेस्ट मुकाबला खेलने का मौका मिला था। इस मुकाबले में उन्होंने भारतीय टीम को अपने शानदार प्रदर्शन से 188 रनों से जीत दिलाई थी।
कुलदीप ने इस मुकाबले में गेंदबाजी करते हुए पहली पारी में 5 विकेट और दूसरी पारी में 3 विकेट झटके। वही, पहली पारी में टीम की जरूरत के हिसाब से कुलदीप ने 40 रनों की जुझारू पारी खेली। इस मुकाबले में उन्हें उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया था।
भुवनेश्वर कुमार
भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) के अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार गेंद को पिच के दोनों तरफ स्विंग कराने के लिए माहिर माने जाते है। उन्होंने अपनी धारधार गेंदबाजी से भारत को कई अहम मौको पर जीत दिलाई है। भुवी अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत के एक ऐसे गेंदबाज बनकर ऊभरे है जिन्होंने कई बार संकटमोचन बनकर टीम को मुश्किलो से उबारा है। वहीं, उनके साथ भी नाइंसाफी हो चुकी है।
भुवी 2018 के बाद से ही टीम इंडिया की टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं। भुवी ने अपना आखिरी टेस्ट मैच साल 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था। इस टेस्ट मैच में भुवी मैन ऑफ़ द मैच रहे थे। बावजूद इसके उन्हें इसके अलावा किसी भी अन्य टेस्ट मुकाबले में खेलने का मौका नहीं मिला है। बता दे कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपने आखिरी टेस्ट मैच में भुवी ने 63 रन देकर 4 बड़े विकेट झटके थे।
अमित मिश्रा
भारतीय टीम (Team India) के बांय हाथ के स्पिनर गेंदबाज अमित मिश्रा क्रिकेट के सभी प्रारूपो से सन्यास ले चुके है। उन्होंने आखिरी मुकाबला टीम इंडिया के लिए 2017 में खेला था। उन्होंने अपनी धाकड़ गेंदबाजी से टीम इंडिया को कई बार जीत दिलाई है। उन्होंने अपना आखिरी वनडे मुकाबला साल 2016 में खेला था और उस मैच में अनुभवी स्पिनर अमित मिश्रा को मैन ऑफ़ द मैच के साथ-साथ मैन ऑफ़ द सीरीज के खिताब से नवाजा गया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ पांचवें वनडे मैच में उन्होंने 18 रन देकर 5 विकेट झटके थे। इसी बीच पूरी सीरीज में अमित मिश्रा ने 15 विकेट भी चटकाए थे। इसके बाद से ही मिश्रा टीम इंडिया से लगभग गायब ही हो गए थे।