सलामी बल्लेबाजी के तौर पर भूमिका निभा रहे यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने इस साल टीम इंडिया के लिए सानदार प्रदर्शन किया है। इस साल वो टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने बल्लेबाज हैं और लगातार उनका प्रदर्शन धमाकेदार ही रहा है।
फिलहाल वो ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की तैयारियों में जुटे हुए हैं। इससे पहले यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने घरेलू क्रिकेट में दमदार खेल दिखाया है। वेस्ट जोन की तरफ से खेलते हुए उन्होंने ताबड़तोड़ 265 रनों की पारी खेलते हुए गेंदबाजों की सारी हेकड़ी निकाल दी है।
यह भी पढ़िए- बॉर्डर-गावस्कर के बाद कभी देश के लिए नहीं खेलेगा ये भारतीय खिलाड़ी, खुद कोच गंभीर चाहते अब ले संन्यास
यशस्वी जायसवाल की धमाकेदार पारी
यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने साल 2022 में घेरलू क्रिकेट में एक ऐसी पारी खेली थी जिसे लोग आजतक भूल नहीं पाए हैं। वेस्ट जोन और साउथ जोन के बीच खेले गए मैच में जायसवाल ने दोहरा शतक जड़ते हुए 265 रनों की शानदार पारी खेली थी। अपनी इस पारी के दौरान उनके बल्ले से 30 चौके और 4 छक्के निकले थे। वेस्ट जोन की तरफ से खेलते हुए जयसवाल ने साउथ जोन के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की थी और उनके इस प्रदर्शन के दम पर उनकी टीम ने मैच में जीत हासिल की थी।
जयसवाल के दम पर वेस्ट जोन ने जीता मैच
इस मैच की पहली पारी में जयसवाल (Yashasvi Jaiswal) कुछ कमाल नहीं कर पाए थे लेकिन इसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने दोहरा शतक जड़ दिया। पहली पारी में वेस्ट जोन केवल 270 रन ही बना पाई। इसके जवाब में साउथ जोन ने टीम ने पहली पारी में बढ़त बना ली। लेकिन दूसरी पारी में दोहरा शतक जड़ते हुए टीम तो मैच में कहीं आगे पहुंचा दिया। वेस्ट जोन ने अंत में 294 रनों से मैच जीता था। जयसवाल की ये पारी आज दिन तक याद की जाती है।
ऑस्ट्रेलिया में करना होगा कमाल
टीम इंडिया के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी अब यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) को एक बार फिर से बल्ले से कमाल कर के दिखाना होगा। अगर टीम इंडिया को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉपी में जीत हासिल करनी है तो ऐसे में जयसवाल के प्रदर्शन पर हर किसी की उम्मीदें टिकी होंगी। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में उनके बल्ले से उतने रन नहीं निकले जितनी फैंस को उम्मीद थी तो ऐसे में अब वो ऑस्ट्रेलिया में इसकी भरपाई कर सकते हैं। अगर भारत लगातार तीसरी बार ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीत लेता है तो यै इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो जाएगा।
यह भी पढ़िए- टीम इंडिया पर भारी बोझ बन गया हैं ये बुढ़ा खिलाड़ी, लेकिन संन्यास लेने से कर रहा साफ़ मना