वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) से पहले न्यूजीलैंड और इंग्लैंड (New Zealand vs ENG) के बीच खेली जा रही दो मैचों की टेस्ट सीरीज समाप्त हो चुकी है. दूसरे मुकाबले में इंग्लिश टीम को 8 विकेट से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है. इस सीरीज को मेहमान टीम ने 1-0 से अपने नाम कर लिया है. इस जीत के साथ ही टीम इंडिया आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में 1 अंक के नुकसान के साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गई है. जबकि कीवी टीम ने पहले स्थान पर कब्जा जमा लिया है. इन दिनों टीमों की भिड़ंत अब चैंपियनशिप के फाइनल में होने वाली है. जिसमें 6 खिलाड़ी भारतीय टीम के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर सकते हैं.
फॉर्म में डेवोन कॉनवे
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल मैच साउथैम्प्टन के द एजेस बाउल स्टेडियम में 10 से 22 जून के बीच खेला जाएगा. लेकिन, उससे पहले कीवी टीम की जीत ने भारत की मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ा दी हैं. न्यूजीलैंड (New Zealand) टीम में ऐसे 6 खिलाड़ियों की मौजूदगी है, जो टीम इंडिया के लिए फाइनल में मुसीबत को दावत दे सकते हैं. आईसीसी की ओर से पहली बार होने जा रहे इस टूर्नामेंट ओपनर बल्लेबाज डेवॉन कॉनवे (devon conway) भारत (India) के लिए बड़ा खतरा हैं.
इंग्लैंड के खिलाफ पहली बार लॉर्ड्स में टेस्ट डेब्यू करना वाले कॉनवे को इस श्रृंखला का प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया है. उन्होंने जिस तरह का प्रदर्शन इस सीरीज में दिखाया है, उससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि, वो फाइनल में भारतीय टीम के लिए कितनी मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं. 4 पारियों में 77 की जबरदस्त औसत से बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 306 रन बनाए हैं. जिसमें दोहरा शतक उनकी सबसे बड़ी कामयाबी रही.
रॉस टेलर की पुरानी फॉर्म में वापसी
दोहरा शतक जड़ने वाले इस 29 साल के बल्लेबाज ने 3 वनडे में एक शतक और 1 अर्धशतक लगाया है. जबकि 14 टी20 मैच में बल्लेबाजी करते हुए 4 अर्धशतक ठोके हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक उन्हें तीनों ही फॉर्मेट में महारथ हासिल है. न्यूजीलैंड टीम के मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने वाले सीनियर बल्लेबाज रॉस टेलर की बात करें तो वो इस टीम में सबसे दिग्गज प्लेयर हैं. जो अपनी पुरानी फॉर्म में वापसी कर चुके हैं. दिलचस्प बात तो ये है कि, कीवी टीम में शामिल सभी खिलाड़ियों में वो पहले बल्लेबाज हैं.
जिन्होंने भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. इंग्लैंड के खिलाफ बल्लेबाज करते हुए उन्होंने इस सीरीज में एक अर्धशतक के साथ 127 रन बनाए हैं. इस सीरीज में उनका बल्लेबाजी औसत 42 का रहा. वहीं बात करें तेज गेंदबाज काइल जैमिसन की तो उन्हें केवल एक ही टेस्ट मैच में खेलने का मौका दिया गया था. जिसमें उन्होंने तीन विकेट चटकाए. खास बात तो ये है कि, जैमिसन निचले क्रम में बेहतरीन बल्लेबाजी भी करते हैं. इस प्रदर्शन के मुताबिक वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के प्लेइंग-11 में जगह बना सकते हैं.
भारत के खिलाफ इन तेज गेंदबाजों की होगी बड़ी भूमिका
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल से पहले अपनी टीम को जीत दिलाने और पहली पोजिशन तक पहुंचाने में सबसे बड़ा योगदान तीन कीवी गेंदबाजों का रहा. जिसमें टिम साउदी, ट्रेंट बोल्ट और नील वैगनर का नाम शामिल है. साउदी और वैगनर ने इंग्लैंड के खिलाफ गेंदबाजी करते हुए 7-7 विकेट झटके. जबकि बोल्ट ने 6 विकेट हासिल किया. तो वहीं तेज गेंदबाज मैट हेनरी को भी 6 विकेट लेने में सफलता हासिल हुई.
उन्हें दूसरे टेस्ट मुकाबले में प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया. लेकिन, फाइनल में जैमिसन उनके रास्ते में बड़ा रोड़ा बन सकते हैं. ऐसे में इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि, टेस्ट चैंपियनशिप में इन 6 कीवी क्रिकेटरों की बड़ी भूमिका होगी.