टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) के नेतृत्व में भले ही भारतीय टीम की उपलब्धि का डंका चारो तरफ बज रहा है. लेकिन, एक मामले में अभी भी वो बाकी कप्तानों से पीछे हैं. उनकी कप्तानी में भारत एक भी आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम नहीं कर सका है. जिसका मौका अब उन्हें मिला है. इस जीत के साथ वो अपने ऊपर लगे दागों को धो सकते हैं. क्योंकि टीम आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ने वाली है. इस चैंपियन की जंग में दोनों ही टीमें बेहद मजबूत हैं. लेकिन, साउथैम्प्टन में इस खिताब पर किसी भी तरह से भारत के कप्तान कब्जा जमाने की कोशिश करेंगे.
इस मुकाबले में जीत के लिए वो किसी भी तरह की कसर छोड़ने को तैयार नहीं हैं. उनका कहना है कि, यहां तक पहुंचना टीम के कड़ी मेहनत का रिजल्ट है. इस वजह से हर खिलाड़ी जीत के लिए पूरी जोर लगाने को तैयार है. इसी सिलसिले में टीम के तीन अहम गेंदबाज मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा और रविचंद्रन ने बातचीत की है, साथ उन्होंने ये भी बताने की कोशिश की है कि, ये डब्ल्यूटीसी का फाइनल उनके लिए उनके कितना मायने रखता हैं.
डब्ल्यूटीसी विश्व कप फाइनल की तरह– इशांत
101 टेस्ट मैच में अपना शानदार प्रदर्शन दिखा चुके टीम के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने का मानना है कि, डब्ल्यूटीसी का फाइनल उनके लिए भावनात्मक यात्रा है. इस बारे में उन्होंने बातचीत करते हुए कहा कि,
“यह यात्रा मेरे लिए भावनात्मक रही है. यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट आईसीसी का टूर्नामेंट और फाइनल मुकाबला है. ये विश्व कप के फाइनल के जैसा है. विराट हमेशा कहते हैं कि, ये एक महीने का प्रयास नहीं बल्कि दो साल की कड़ी मेहनत रिजल्ट है. हमारे लिए ये सख्त मेहनत से ज्यादा रहा. क्योंकि इस दौरान कोरोना महामारी आ गई. इसके बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल का नियम बदल गया. इसके बाद हमारे ऊपर काफी दबाव आ गया था.”
इसी सिलसिले में उन्होंने आगे कहा कि,
“ऑस्ट्रेलिया में हमारी मुश्किल सीरीज रही जहां पर हमने 2-1 से जीत दर्ज की. मैं उस सीरीज का हिस्सा नहीं था लेकिन, मुझे लगता है कि इस सीरीज से अलग तरीके का भरोसा जगा. हमें इंग्लैंड के खिलाफ 3-1 से जीत दर्ज करना था. जबकि हम पहला ही मैच गंवा बैठे थे. लेकिन, हमने शानदार वापसी की.”
इंग्लैंड जैसी परिस्थिति में अनुभव काफी अहम– अश्विन
टीम इंडिया के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का मानना है कि इंग्लैंड जैसी परिस्थिति में अनुभव काफी ज्यादा मायने रखता है. इस बारे में बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि,
“मेरे ख्याल से लंबे समय से क्रिकेटर टेस्ट क्रिकेट में इस तरह का संदर्भ चाहते थे. मैं फाइनल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के लिए काफी एक्साइटेड हूं. टेस्ट फॉर्मेट में खासकर ऐसे वातावरण में जहां बादल, हवा और परिवर्तित मौसम है, वहां अनुभव बड़ा योगदान निभाता है. यदि वातावरण अच्छा रहा तो इससे काफी ज्यादा मदद मिलेगी.”
अश्विन ने इसी सिलसिले में आगे कहा कि,
“वातावरण यहां बड़ी भूमिका निभाता है और कई बार मैं मजाक में कहता हूं कि इंग्लैंड में ग्राउंड या पिच को कवर से ढ़कने की जरूरत नहीं है. आप बादल से ढ़क सकते हैं.”
जीत के लिए 100 फीसदी देने की जरूरत- शमी
बीते शुक्रवार को इस बारे में बात करते हुए टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद ने कहा कि, यदि इस वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में हम जीत दर्ज करना चाहते हैं तो हमें न्यूजीलैंड के किलाफ 100 फीसदी से ज्यादा देने की जरूरत है. इस बारे में उन्होंने बीसीसीआई टीवी से से हुई बातचीच में कहा कि,
“हमें इस मैच में अपना 100 प्रतिशत से भी ज्यादा देने की आवश्यकता है. शायद 110 फीसदी. मैं ऐसी बातें इस वजह से कर रहा हूं क्योंकि दो साल की मेहनत का ये अंतिम प्रयास होगा. हमें आने वाले दिनों में दोगुना कोशिश करनी होगी.”