144 सालों से टेस्ट क्रिकेट खेला जा रहा है और अब आईसीसी ने इस खेल में चार चांद लगाने के लिए पहली बार आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का आगाज किया। इस महामुकाबले पर दुनियाभर के क्रिकेट फैंस की नजरें टिकी हुई हैं और भारत-न्यूजीलैंड के खिलाड़ी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ मैदान पर उतरे हैं। इस बीच भारतीय मुख्य कोच रवि शास्त्री का कहना है कि ये सभी विश्व कपों का बाप है।
सभी विश्व कपों का है बाप
WTC फाइनल मुकाबला भारत-न्यूजीलैंड के बीच खेला जा रहा है। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए दोनों टीमों ने पिछले 2 सालों तक लगातार बेहतरीन टेस्ट क्रिकेट खेला है और आज वह इतिहास रचने को तैयार हैं। इस बीच भारतीय मुख्य कोच रवि शास्त्री ने महामुकाबले को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने फाइनल मैच के शुरु होने से पहले कहा,
"यह सभी विश्व कपों का बड़ा बाप है। मैंने 1983 का विश्व कप खेला है, उनमें से कुछ पर टिप्पणी की है लेकिन यह उन सभी में सबसे बड़ा है। यह सबसे कठिन प्रारूप है, सबसे बड़ा प्रारूप है।"
बारिश के बाद भी नहीं बदली भारत की प्लेइंग-11
WTC फाइल के लिए भारत ने 24 घंटे पहले ही प्लेइंग इलेवन का ऐलान कर दिया था। लेकिन मैच शुक्रवार को शुरु नहीं हो सका। जी हां, बारिश के चलते मैच का पहला दिन पूरी तरह से धुल गया। मगर फिर भी टीम इंडिया ने अपनी प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया। इसपर रवि शास्त्री ने कहा,
"जब तक कि आज का दिन बारिश में नहीं धुल जाता और मैच को 2-3 दिन का कर दिया जाता, ऐसे में हमारे पास जिस तरह का आक्रमण है, हम पिच को समीकरण से बाहर कर देते हैं। ऐसे दिन में तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है, लेकिन जब सूरज निकलता है तो स्पिनर मैच में आ जाते हैं।"
जडेजा-अश्विन जोड़ते हैं विविधता
WTC फाइनल का पहला दिन बारिश के चलते धुल गया, लेकिन फिर भी टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अंतिम ग्यारह में कोई बदलाव नहीं किया और वह रविंद्र जडेजा व रविचंद्रन अश्विन के साथ मैदान पर उतरे। जिसके बाद सभी के मन में सवाल आए कि आखिर भारत ने दो स्पिनर्स को क्यों खिलाया, जबकि न्यूजीलैंड 4 तेज गेंदबाजों के साथ उतरा है। शास्त्री ने इसपर कहा,
"जडेजा और अश्विन उस विविधता को जोड़ते हैं और वे मिलकर अच्छी गेंदबाजी करते हैं। उनके पास लगभग 600-700 विकेट हैं और वे वास्तव में एक दूसरे के पूरक हैं।"