ग्रेनेडा के Anderson Peters ने भारत के नीरज चोपड़ा को हराकर विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता। जिसके बाद नीरज को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नीरज से गोल्ड मेडल छीनने वाले एंडरसन पीटर्स हैं कौन? ये बताने से पहले हम आपको बता दें कि, एंडरसन का सपना तेज बॉलर बनना था। आइए इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं कि आखिर क्या है वो वजह जिसके कारण एंडरसन को अपना ये सपना छोड़ना पड़ा....
Anderson Peters चाहते थे तेज गेंदबाज बनना
एंडरसन (Anderson Peters) ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि वह जैवलीन थ्रोअर नहीं बल्कि एक तेज गेंदबाज बनना चाहते थे। दरअसल, पीटर्स बचपन से ही क्रिकेट के फैंस थे, लेकिन जब उन्होंने उसैन बोल्ट के वर्ल्ड रिकॉर्ड देखा तो उनका इंट्रेस्ट रेस में जाग गया और वे रेसर बन गए।
लेकिन शायद उनकी किस्मत को कुछ और ही मंजूर था और उनके चोट लग गई। चोट की वजह से वह ज्यादा तेज नहीं भाग सकते थे। जिस वजह उन्होंने जैवलीन थ्रो की राह चुन ली। वर्ल्ड एथलेटिक्स पॉडकास्ट पर बातचीत करते हुए एंडरसन ने कहा,
"मुझे क्रिकेट खेलना काफी पसंद था। हमारे पास दो सीजन थे: ग्रेनाडा में क्रिकेट और ट्रैक-एंड-फील्ड। मैं दोनों करूंगा। मैं एक तेज गेंदबाज था। मुझे बस गेंद फेंकने का विचार पसंद आया, मुझे लगा कि मैं इसे इतनी तेजी से फेंक सकता हूं कि बल्लेबाज इसे देख भी नहीं सकता। मैं हमेशा 90 मील प्रति घंटे की गेंद फेंकने का लक्ष्य रखता हूं, भले ही मैं एक बच्चे के रूप में नहीं कर सकता।"
Anderson Peters हैं नंबर वन जैवलिन थ्रोअर
अगर नीरज चोपड़ा और पीटर्स के बीच के अंकों की बात करें तो पीटर्स इस समय पुरुषों की भाला फेंक की रैंकिंग में दुनिया में पहले नंबर पर है। वहीं, नीरज चौथे नंबर पर काबिज हैं। पीटर्स ने 2018 में कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रान्ज़ जीता, जिसमें नीरज ने स्वर्ण जीता, ग्रेनेडा स्टार ने 2019 में विश्व चैंपियनशिप जीती और इसके बाद 2022 में एक और स्वर्ण पदक जीता।
2019 में, उन्होंने 86.89 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता। नीरज और एंडरसन पीटर्स के 7 अगस्त को बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में आमने-सामने होने की संभावना है।