एकदिवसीय विश्व कप 2011 विजेता टीम के स्टार ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) अपनी दबंग बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। सहवाग ने अपने शानदार करियर के दौरान कई बड़े रिकॉर्ड बना हैं। जिसमें टेस्ट क्रिकेट में एक भारतीय द्वारा बनाया गया उच्चतम स्कोर भी शामिल है। जब उन्होंने चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 319 रनों की पारी खेली थी।
यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज तिहरा शतक भी था, जो 278 गेंदों पर 300 रन तक पहुंचा था। बहुत से खेल प्रेमी नहीं जानते होंगे कि टीम इंडिया के लिए मुख्य कोच की भूमिका निभाने के लिए सहवाग से भी संपर्क किया गया था। पूर्व मुख्य कोच अनिल कुंबले के कार्यकाल के अंत में उनसे इस बारे में बात की गई थी। जिसमें विराट कोहली का बड़ा था। इसी सिलसिले में सहवाग (Virender Sehwag) ने चौंकाने वाला खुलासा किया है।
Virender Sehwag ने दिया बड़ा बयान
News18 India चौपाल पर सहवाग से पूछा गया कि क्या उन्हें भारत की कप्तानी नहीं करने का कोई पछतावा है। सहवाग (Virender Sehwag) ने इस पर जवाब देते हुए कहा,
"बिल्कुल नहीं, मैंने जो हासिल किया उससे मैं खुश हूं। नजफगढ़ के किसानों के एक छोटे से परिवार से आने के कारण मुझे भारत के लिए खेलने का मौका मिला, प्रशंसकों से इतना प्यार और सराहना मिली और अगर मैं टीम इंडिया की कप्तानी करता तो भी मुझे उतना ही सम्मान मिलता।"
Virender Sehwag से कोच पद के लिए मांगा गया था आवेदन
मुख्य कोच की भूमिका के लिए बीसीसीआई के साथ अपनी बैठक के बारे में भी वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने खुलकर बात की। साथ ही इस बारे में बड़ा खुलासा करते हुए कहा,
"अगर विराट कोहली और तत्कालीन बीसीसीआई सचिव अमिताभ चौधरी ने मुझसे संपर्क नहीं किया होता तो मैं आवेदन नहीं करता। उन्होंने मुझसे कहा कि कुंबले का अनुबंध 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के बाद समाप्त हो जाएगा और फिर आप टीम के साथ वेस्टइंडीज की यात्रा कर सकते हैं।"
गौरतलब है कि भारतीय खिलाड़ियों ने मुख्य कोच अनिल कुंबले के सख्त रवैये की वजह से बीसीसीआई को शिकायत की थी और उन्हें तत्काल प्रभाव से कोच पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद अगले कोच के रूप में पूर्व क्रिकेटर रवि शास्त्री को नियुक्त किया गया था।
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