New Update
विराट कोहली (Virat Kohli) के साथ कई खिलाड़ियों ने अपने करियर की शुरूआत की. इस लिस्ट में उनके कई करीबी दोस्त भी शामिल है. लेकिन, विराट आज अपनी बल्लेबाजी के दम पर क्रिकेट की दुनिया बेताज बादशाह है. उनका भारतीय टीम में सिक्का चलता है. वहीं एक विराट एक दोस्त ऐसा था जो अपनी धाकड़ बल्लेबाजी से मैच बदलने का माद्दा रखता था, लेकिन, उस खिलाड़ी का करियर परवान चढ़ने से पहले ही समाप्त हो गया. आखिर कौन है वह बदनसीब खिलाड़ी ? आइए जानते हैं...
Virat Kohli के दोस्त का करियर हुआ समाप्त
- भारत के लिए लगातार खेलना हर खिलाड़ी का सपना होता है. लेकिन, हर किसी खिलाड़ी की किस्मत विराट कोहली (Virat Kohli) की तरह नहीं होती.
- विराट की कप्तानी में उनके करीब दोस्त केदार जादव (Kedar Jadhav) ने साल 2014 में डेब्यू किया था. जबकि अंतिम वनडे मैच 8 फरवरी 2020 को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था.
- जिसके बाद से ही उनके लिए टीम इंडिया के दरवाजे बंद हो गए.
- वहीं चयनकर्ताओं के द्वारा नजरअंदाज किए जाने के बाद केदार जादव ने उन्होंने तीनों प्रारूपो से संन्यास लेने का निर्णय ले लिया.
केदार जादव ने इंग्लैंड के खिलाफ खेली थी मैच जीताऊ पारी
- केदार जादव (Kedar Jadhav) अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी के लिए जाते हैं. उन्होंने साल 2027 में एक विस्फोटक मैच जीताई पारी खेली थी.
- जिसे आज भी याद रखा जाता है. बता दें कि इंग्लैंड 7 विकेट गंवाकर 350 रन बनाए थे. इस मैच में भारतीय टीम बुरी तरह लड़खड़ा गई थी.
- भारत ने 63 रनों के स्कोर पर 4 विकेट गंवा दिए थे. लेकिन, इस मैच में केदार जादव का जलवा देखने को मिला था.
- उन्होंने कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) के साथ मिलकर टीम इंडिया को जीताने की कसम खाई.
- केदार जाधव ने 76 गेंदों का सामना करते हुए 120 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 8 चौके और 5 छक्के भी देखने को मिले.
केदार जादव का कुछ ऐसा रहा है किरयर
- केदार जादव का करियर कुछ ज्यादा नहीं चल सका. उन्होंने अपने करियर की शुरूआत साल 2014 में की थी और साल 2020 में अपना आखिरी मैच खेला.
- इस 6 सालो के दौरान जादव ने भारते के लिए 73 वनडे मैच खेले. जिसमें 42 की शानदार औसत से 1389 रन बनाए.
- इस दौरान उनके बल्ले से 2 शतक और 6 अर्धशतक भी देखनेको मिले. वहीं टी20 में सिर्फ 9 मैच ही खेल सके और 122 रन ही बना सके.
यह भी पढ़े: विराट कोहली की तरह बनने चले इस खिलाड़ी की खुल गई पोल, 2 गेंदों में ठंडे हो गए किंग बनने के सारे अरमान