इंग्लैंड की पस्थितियों में बल्लेबाजी करना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होता है। क्रिकेट में ये पुरानी कहावत है कि जिसने इंग्लैंड में खेल लिया, उसके लिए कहीं भी खेलना आसान है। अब विराट कोहली (Virat Kohli) की अगुवाई वाली टीम इंडिया और किवी टीम को आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में आमने-सामने आना है और इसके बाद टीम इंडिया, इंग्लैंड के साथ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के लिए इंग्लैंड में रुकेगी।
Virat Kohli को भी करना पड़ेगा संघर्ष
भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाला आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। क्रिकेट के गलियारों में इसपर खूब चर्चा हो रही है। इस बीच न्यूजीलैंड के पूर्व दिग्गज ग्लेन टर्नर ने विराट कोहली (Virat Kohli) को लेकर भविष्यवाणी की है। टर्नर ने 'द टेलीग्राफ' से कहा,
"मैं इस बारे में अटकलें नहीं लगाना चाहता कि परिस्थितियों को लेकर कोहली सजग नहीं हैं लेकिन अगर पिच और परिस्थितियां सीम और स्विंग के पक्ष में हैं, तो उन्हें अन्य बल्लेबाजों की ही तरह संघर्ष करना पड़ सकता है। जैसा कि न्यूजीलैंड में हुआ था। एक बार फिर से मैदान पर परिस्थितियां अहम होने वाली हैं।"
परिस्थितियां होंगी अहम
भारत को इंग्लैंड की परिस्थितियों को समझना होगा। टेस्ट चैंपियनशिप से पहले इंग्लैंड में कीवी टीम को परिस्थितियों में ढ़लने का अच्छा मौका है। अब टर्नर का कहना है कि भारत में भी अब पेसर्स को मदद करने वाले विकेट होते हैं, लेकिन फिर भी उसकी तुलना न्यूजीलैंड से नहीं की जा सकती। साथ ही उन्होंने भारत के न्यूजीलैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज में 2-0 क्लीन स्वीप किया था। अब उन्होंने कहा,
"मुझे लगता है कि यह कहना सही है कि घरेलू परिस्थितियां, जहां बल्लेबाज सीखते हैं, एक खिलाड़ी की तकनीक और कौशल को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। हालांकि, ऐसा लगता है कि हाल के दिनों में भारत में पिचें सीम गेंदबाजी में मदद कर रही हैं, फिर भी उनकी तुलना न्यूजीलैंड की स्थितियों से नहीं की जा सकती है। जब भारत ने आखिरी बार न्यूजीलैंड का दौरा किया था, तब भी परिस्थितियां अहम रही थीं।"
Virat Kohli के पास है इतिहास रचने का मौका
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम लगातार अच्छा प्रदर्शन तो कर रही है, मगर अब तक वह अपने देश को बतौर कप्तान एक भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जिता सके हैं। ऐसे में अब उनके पास ये बेहतरीन मौका है, जब वह टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में किवी टीम को हराकर इतिहास रचते हुए ट्रॉफी उठा सकते हैं।
पिछली बार जब भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थी, तो Virat Kohli ने 543 रन बनाए थे। भले ही भारत सीरीज को हार गया था, लेकिन विराट द्वारा उस सीरीज में की गई बल्लेबाजी की तारीफ आज भी होती है।