न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल (WTC) में मिली करारी शिकस्त के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने टेस्ट फॉर्मेट की टीम बदलाव करने के कई बड़े संकेत दिए हैं. इस ऐतिहासिक खिताबी मुकाबले में भारत को इतनी बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ेगा इसका अंदाजा किसी ने भी नहीं लगाया था. फाइनल पूरी टीम की ओर से किए गिए प्रदर्शन ने लोगों को निराश किया है. ऐसे में कप्तान का क्या कहना है, बताते हैं आपको इस रिपोर्ट के जरिए...
टीम में सही लोगों को लाना जरूरी- कप्तान
8 विकेट से फाइनल में हारी टीम इंडिया के बारे में बात करते हुए कप्तान ने किसी का नाम नहीं लेकिन, तंज भरे लहजे में उन्होंने सही खिलाड़ियों के चुनाव की बात कह दी है. जो भारत के लिए मुश्किल हालात में स्कोर कर सकें. इस मैच में दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) दोनों पारी में ही कुछ खास नहीं कर पाए. पहले उन्होंने 54 गेंद में 8 रन बनाए. इसके बादा 80 गेंद पर 15 रन बनाकर चलते बने. 139 रन के लक्ष्य को कीवी टीम ने आसानी हासिल कर लिया.
लगातार तीसरी बार आईसीसी ट्रॉफी हाथ से गंवाने के बाद विराट कोहली (Virat Kohli) ने कहा कि,
"हम आत्ममंथन करते रहेंगे और इस पर बात होती रहेगी कि टीम को मजबूत बनाने के लिए क्या करना चाहिए. एक ही ढर्रे पर नहीं चलेंगे. हम एक साल तक इंतजार नहीं करेंगे. आप हमारी सीमित ओवरों की टीम देखें तो हमारे पास गहराई है और खिलाड़ी आत्मविश्वास से भरे हैं. टेस्ट क्रिकेट में भी इसकी खास जरूरत है."
विरोधी गेंदबाजों के सामने बेखौफ होकर बल्लेबाजी करनी होगी- कप्तान
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कप्तान ने यह भी कहा कि,
"हमें नए सिरे से समीक्षा करके प्लानिंग करनी होगी और यह समझना होगा कि टीम के लिए क्या असरदार है और हम कैसे बेखौफ तरीके से खेल सकते हैं. सही लोगों को लाना होगा जो अच्छे प्रदर्शन की सही मानसिकता के साथ उतरें."
आगे न्यूजीलैंड जैसे शानदार गेंदबाजों आक्रामक गेंदबाजी के सामने रन बनाने के सवाल पर विराट कोहली (Virat Kohli) ने कहा कि,
"हमें इस पर काम करना होगा कि रन किस तरह से बनाया जाए. हमें मैच को अपने हाथ से निकलने नहीं देना है. मुझे नहीं लगता कि कोई तकनीकी परेशानी है. यह जागरूकता की और गेंदबाजों का निडर होकर सामना करने की बात है. गेंदबाजों को लंबे समय तक एक ही जगह गेंदबाजी के मौके नहीं देने हैं बशर्ते गेंद सही तरीके से स्विंग नहीं ले रही हो जैसा पहले दिन हुआ था."
ध्यान रन बनाने पर होना चाहिए विकेट खोने पर नहीं- कप्तान
आखिर में विराट कोहली (Virat Kohli) ने बल्लेबाजों से सुनियोजित जोखिम लेने और क्रीज पर डटे रहने के बीच संतुलन बनाए रखने के मसले पर बातचीत करते हुए कहा कि,
"ध्यान रन बनाने पर होना चाहिए. ना कि विकेट गंवाने की चिंता पर. इसी तरह से विरोधी टीम पर दबाव बना सकते हैं वरना आप आउट होने के डर से खेलेंगे. आपको सुनिश्चित तरीके से खतरा लेना ही होगा."