ICC T20 World Cup 2021 का तड़का आज यानी 17 अक्टूबर से लगने वाला है. उससे पहले विराट कोहली (Virat Kohli) ने युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) को 15 सदस्यीय टीम में शामिल ना करने के पीछे की वजह का खुलासा किया है. इसके साथ ही इस सवाल का भी जवाब दिया है कि, आखिर उनसे ज्यादा राहुल चाहर (Rahul Chahar) को तवज्जो क्यों दिया गया है. इस मेगा इवेंट की बात करें तो कुल 16 टीमें एक ही ट्रॉफी पर कब्जा करने के लिए जीतोड़ कोशिश करती हुई दिखाई देंगी. वहीं विराट कोहली (Virat Kohli) के नेतृत्व में टीम इंडिया दूसरी बार इस खिताब को अपने नाम करने के उद्देश्य से मैदान पर खेलते हुए नजर आएगी.
क्यों राहुल चाहर को युजवेंद्र से ज्यादा दी गई तवज्जो
दरअसल आईपीएल के दूसरे लेग में अपनी खतरनाक गेंदबाजी से बड़े-बड़े क्रिकेट एक्सपर्ट्स और दिग्गजों को प्रभावित करने वाले युजवेंद्र चहल इस मेगा इवेंट में अपनी जगह नहीं बना सके. ऐसी उम्मीदें थीं कि 15 अक्टूबर से पहले होने वाले टीम के फाइनल स्क्वॉड में चेंजेज करते हुए उन्हें राहुल चाहर की जगह टीम में शामिल किया जाएगा. लेकिन, ऐसा कुछ हो नहीं सका और चयनकर्ताओं ने राहुल पर भी भरोसा दिखाया है. जिससे फैंस काफी नाराज भी हैं.
यह भी पढ़ें:- आईपीएल 2021-आकाश चोपड़ा ने चुनी इस सीजन की सुपर फ्लॉप-11, भारत के विश्व कप टीम में शामिल इन 3 खिलाड़ियों को दी जगह
इसके पीछे की वजह यूएई लेग में दोनों का प्रदर्शन रहा है. एक तरफ जहां दूसरे चरण में युजवेंद्र चहल ने 8 मैच में आरसीबी की ओर से खेलते हुए 14 विकेट झटके थे. वहीं राहुल चाहर को दूसरे हाफ में सिर्फ 4 मैच में खेलने का मौका मिला था जिसमें उनके हाथ सिर्फ 2 सफलताएं लगीं थी. यही वजह है कि फैंस चाहते थे कि चहल मुख्य स्क्वॉड का हिस्सा बनें. लेकिन, अब टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने बताया है कि किन वजहों के कारण राहुल चाहर को तवज्जो दिया गया.
भारतीय कप्तान ने बताई पूरी वजह
टी-20 विश्व कप की शुरुआत से पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बातचीत करते हुए विराट कोहली (Virat Kohli) ने कहा कि,
'यह एक चैलेंजिंग कॉल थी. लेकिन, हमने राहुल चाहर को बैक करने का फैसला एक कारण के तहत किया. उन्होंने पिछले कई आईपीएल सीजन में लगातार अच्छी गेंदबाजी की है. एक गेंदबाज जो पेस के साथ गेंदबाजी करता है. उन्होंने श्रीलंका में और इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई घरेलू सीरीज में बेहतरीन परफॉर्मेंस दी थी. राहुल वो गेंदबाज थे जिन्होंने मुश्किल ओवर डाले थे.
हम टूर्नामेंट में इस बात को मानकर चल रहे हैं कि पिच धीमी होती चली जाएगी तो वह गेंद को हवा देने वाले गेंदबाज के मुकाबले वह गेंदबाज बैटर को ज्यादा परेशानी में डालेगा जो पेस के साथ गेंदबाजी करता है. राहुल के पास जाहिर तौर पर वह काबिलियत है. वह उन गेंदबाजों में से हैं जो हमेशा विकेट को टारगेट करते हैं और यही वजह उनके पक्ष में गई है. वर्ल्ड कप की टीम चुनना काफी मुश्किल काम होता है और आप हमेशा हर किसी को स्क्वॉड में नहीं रख सकते हैं.'
यह भी पढ़ें:- युजवेंद्र चहल ने सुनाया ऋषभ पंत का एक पुराना किस्सा, जब मैदान में लोग कहने लगे थे माही-माही