टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) मौजूदा समय में दुनिया के शीर्ष और बेहतरीन बल्लेबाजोंं में गिने जाते हैं. 32 साल के हो चुके मेजबान की फिटनेस आज भी युवा क्रिकेटर से कम नहीं है. क्रिकेट दुनिया में अब तक उनके नाम कई बड़े रिकॉर्ड भी दर्ज हो चुके हैं. उन्हें लोग 'रन मशीन' के नाम से भी जानते हैं. रन बनाने की उनकी इस भूख को देखकर विरोधी टीमों के भी पसीने छूट जाते हैं. साल 2008 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले कप्तान अपने प्रतिस्पर्धियों से बहुत आगे बढ़ गए हैं. इसी बीच उनके साथ साए की तरह रहने वाले साथी खिलाड़ी ने उनकी कमजोरी को लेकर बड़ा खुलासा किया है.
साथी खिलाड़ी ने भारतीय कप्तान की कमजोरी को लेकर किया खुलासा
क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में 50 से ज्यादा की औसत रखने वाले भारतीय कप्तान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 22,000 रन पूरे कर चुके हैं. मौजूदा समय में खेल रहे क्रिकेटरों में सबसे ज्यादा शतक ठोकने वाले वो शीर्ष बल्लेबाज हैं. जबकि इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा शतक के मुताबिक देखें तो वो इस लिस्ट में तीसरे स्थान (70 शतक) पर हैं. पहले नंबर पर 100 शतक जड़ने वाले तेंदुलकर बरकरार हैं. दूसरे नंबर पर 71 शतक लगाने वाले रिकी पोंटिंग हैं.
विराट कोहली (Virat Kohli) के यही वो रिकॉर्ड हैं, जो विरोधी टीम के लिए मुश्किल खड़ी कर देते हैं. खेल के किसी भी फॉर्मेट में उन्हें अपना निशाना बनाने के लिए विरोधी टीम के खिलाड़ी सबसे पहले तैयार रहते हैं. वो चाहे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो या फिर आईपीएल में हो. सबसे पहला निशाना विरोधियों के वही होते हैं. ऐसे में जाहिर सी बात है कि, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भी न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों पहला प्लान उन्हें जल्द से जल्द पवेलियन भेजने का होगा.
डेल स्टेन ने भारतीय कप्तान को आउट करने की बताई पूरी रणनीति
इस प्लान को अंजाम देने के लिए उनके साथ आईपीएल में काफी समय बिता चुके डेल स्टेन (Dale Steyn) बड़ा सुझाव लेकर आए हैं. जिसके जरिए उन्हें जल्द आउट किया जा सकता है. कीवी टीम के लीजेंडरी गेंदबाज स्टेन ने पूरे प्लान का खुलासा किया है. हाल में संजय मांजरेकर के साथ ईएसपीएनक्रिकइंफो पर बातचीत करते हुए उन्होंने कि,
''आपको विराट के साथ माइंड गेम खेलना होगा. भारतीय कप्तान के लिए मैं शॉर्ट लेग पर एक फिल्डर रखूंगा. मैं उन्हें ये एहसास कराऊंगा कि मुझे उनकी बॉडी पर अटैक करना है. मैं चाहता हूं कि वो प्रयास भी करें और पुल शॉट खेलें. क्योंकि मुझे लगता है कि ये उनका बी गेम है.''
आगे इसी सिलसिले में बात करते हुए उन्होंने कहा कि,
''भले ही वह इसे वास्तव में अच्छी तरह से करते हैं. मैं चाहता हूं कि विराट कोहली (Virat Kohli) ये सोचें कि मैं कहां गेंदबाजी करने जा रहा हूं और फिर इसे ऊपर उठाएं क्योंकि मुझे गेंद को स्विंग करना पसंद है. मुझे गेंद को मूव करना पसंद है. आउट होने के उन 3 तरीकों की तलाश करें. एलबीडब्ल्यू, विकेट के पीछे से लपकना.''
भारतीय कप्तान को शुरू में ही चकमा देना जरूरी
उनका कहना है कि, विराट कोहली (Virat Kohli) के पास ज्यादातर ड्राइव और ऑफ साइड में खेलने की आदत है. इस कारण वो गेंदबाजों को अपनी पारी की शुरुआत में उन्हें ऐज, एलबीडब्ल्यू या कॉट बिहाइंड आउट करने का एक सही मौका देते हैं. 2019 में टेस्ट फॉर्मेट को अलविदा कह चुके डेल स्टेन का मानना है कि, टीम इंडिया के कप्तान का विकेट लेने के लिए शुरू में ही कदम उठाना चाहिए. क्योंकि हर बल्लेबाज शुरुआत के दौरान वैसा नहीं खेल पाता, जैसा कि, कुछ गेंदों का सामना करने के बाद में खेलता है.
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए इस कीवी खिलाड़ी ने कहा कि,
''हम जानते हैं कि पहली 20 गेंदों में हर बल्लेबाज के पैर उस तरह से नहीं टिक पाते जैसे कि वो चाहते हैं. उसकी आंखें सही दिशा में नहीं टिकी होती. वो शुरू में विकेट के अनुकूल नहीं हुआ होता. इसलिए मैं चाहता हूं कि विराट कोहली सोचें कि मैं शॉर्ट करूंगा. लेकिन, ईमानदारी से कहूं तो मैं शायद 6 फुल गेंदें फेंकूंगा.''