गुरुवार को टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने ऐलान कर दिया है कि वह टी20 विश्व कप के बाद इस फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ देंगे। जबकि वह वनडे और टेस्ट टीम के कप्तान बने रहेंगे। ऐसा नहीं देखा है कि कोई कप्तान सिर्फ T20 फॉर्मेट की कप्तानी छोड़े यदि वह कप्तानी छोड़ता है तो सीमित ओवर की कप्तानी छोड़ता है। तो ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा की कप्तान कोहली ने बीसीसीआई के सामने पासा फेंका है कि वह चाहें तो उन्हें ODI की कप्तानी से हटा दें।
ODI कप्तानी है खतरे में
Virat Kohli ने भारत की T20 फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। जबकि वह वनडे और टेस्ट के कप्तान बने रहेंगे। ये बात खुद कोहली ने अपने सोशल मीडिया के जरिए बताई। लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या अब उनकी वनडे कप्तानी खतरे में है? असल में रन मशीन ने अपने वर्कलोड को कम करने के लिए ये फैसला लिया है, लेकिन अब बीसीसीआई उनसे ODI की कप्तानी भी छीन सकती है। बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया,
‘‘विराट को पता है कि अगर टीम यूएई में टी20 विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन नहीं करती है तो उन्हें सीमित ओवरों की कप्तान से हटाया जा सकता था। जहां तक सीमित ओवरों की कप्तानी का सवाल है तो उसने हटकर अच्छा किया है। उसने अपने ऊपर से थोड़ा दबाव कम किया है क्योंकि ऐसा लग रहा है कि वह अपनी शर्तों पर यह काम कर रहा था। अगर टी20 में प्रदर्शन में गिरावट आती है तो शायद 50 ओवर में प्रारूप में ऐसा नहीं हो।’’
क्या 2023 विश्व कप में कोहली होंगे कप्तान?
अब तक ऐसा ही देखा जाता है कि जब कोई कप्तान सीमित ओवर की कप्तानी छोड़ता है, तो उसमें ODI और T20I दोनों शामिल रहते हैं। लेकिन कोहली ने तो सिर्फ T20 की कप्तानी छोड़ी है, तो सवाल उठता है कि क्या वह 2023 को भारत में होने वाले वनडे विश्व कप में टीम इंडिया की कप्तानी करते नजर आएंगे।
असल में, बीसीसीआई अगर आने वाले समय में Virat Kohli से वनडे की कप्तानी भी ले लेता है, तो यह हैरानी भरा नहीं होगा। टी20 वर्ल्ड कप में ट्रॉफी जीतने में नाकाम रहने के बाद कोहली को 50 ओवर में फॉर्मेट में भी सिर्फ बल्लेबाज के रूप में उतरना पड़ सकता है। यदि ऐसा होता है तो वह सिर्फ टेस्ट टीम के कप्तान रह जाएंगे।
कोहली के साथ है कम्यूनिकेशन की समस्या
इसमें कोई शक नहीं कि ड्रेसिंग रूम में भी उप-कप्तान रोहित शर्मा को 'लीडर' माना जाता है, जिन्होंने युवा खिलाड़ियों को साथ लेकर चलना सीख लिया है और वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियन्स के साथ साल दर साल ऐसा करते आए हैं। उनको करीब से देखने वालों का मानना है कि उनकी वर्किंग स्टाइल में लचीलापन नहीं है। इतना ही नहीं खिलाड़ियों द्वारा ये बात निकलकर सामने आई है कि,
"Virat Kohli के साथ कम्यूनिकेशन की समस्या है। महेंद्र सिंह धोनी के मामले में, उसका कमरा 24 घंटे खुला रहता था और खिलाड़ी अंदर जा सकता था, वीडियो गेम खेल सकता था, खाना खा सकता था और जरूरत पड़ने पर क्रिकेट के बारे में बात कर सकता था। रोहित में धोनी की झलक है लेकिन अलग तरीके से। वह जूनियर खिलाड़ियों को खाने पर ले जाता है, जब वह निराश होते हैं तो उनकी पीठ थपथपाता है और उसे खिलाड़ियों के मानसिक पहलू के बारे में पता है।"