Usman Khawaja: इंग्लैंड क्रिकेट टेस्ट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स के वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद से वनडे प्रारूप के भविष्य को लेकर काफी चर्चा हो रही है। जहां कई दिग्गजों का मानना है कि वनडे फॉर्मेट को इंटरनेशनल कैलेंडर से हटा देना चाहिए, वहीं इस बीच ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) का मानना है कि एकदिवसीय क्रिकेट "मर रहा है" जबकि उनका मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में अभी भी बहुत 'मजबूत उपस्थिति' है।
Usman Khawaja ने वनडे क्रिकेट को लेकर दिया चौंका देने वाला बयान
उस्मान ख्वाजा ने कहा कि वनडे सभी प्रारूपों में तीसरे स्थान पर है, यह कहते हुए कि यह 'धीमी मौत' मर रहा है। उन्होंने स्वीकार किया कि एक ऑल-फॉर्मेट खिलाड़ी होना कठिन है, हालांकि यह असंभव नहीं है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो ने बाएं हाथ के बल्लेबाज के हवाले से कहा,
"मेरी अपनी निजी राय - मुझे पता है कि कुछ लोग बहुत समान हैं, आपके पास टेस्ट क्रिकेट है, जो सर्वोपरि है, आपके पास टी 20 क्रिकेट है, जिसमें स्पष्ट रूप से दुनिया भर में लीग हैं, महान मनोरंजन, हर कोई इसे प्यार करता है, और फिर वनडे क्रिकेट है। मुझे लगता है कि शायद यह उन सभी में से तीसरे स्थान पर है।"
Usman Khawaja का मानना है कि वनडे क्रिकेट मर रहा है
ईएसपीएन क्रिकइन्फो के हवाले से उस्मान ख्वाजा ने आगे कहा कि वनडे में कोई भी इतनी रुचि नहीं रखता है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिनसे वे बात कर रहे हैं उनका इंटरेस्ट भी टेस्ट में ही है। उस्मान ने आगे कहा,
"मुझे लगता है कि व्यक्तिगत रूप से वनडे क्रिकेट धीमी मौत मर रहा है। अभी भी वर्ल्ड कप है, जो मुझे लगता है कि वास्तव में मजेदार है और यह देखना सुखद है, लेकिन इसके अलावा, यहां तक कि व्यक्तिगत रूप से, मैं खुद वनडे क्रिकेट के लिए उतनी रूचि नहीं रखता। जिन लोगों से मैं बात करता हूं उनमें से अधिकांश अब भी टेस्ट क्रिकेट को पसंद करते हैं।"
'मेरा पसंदीदा फॉर्मेट है' Usman Khawaja
ख्वाजा टेस्ट क्रिकेट के भविष्य को लेकर आश्वस्त हैं। उनके मुताबिक इस फॉर्मेट को कोई खतरा नहीं है। उनका मानना है कि सिर्फ टेस्ट और टी20 क्रिकेट ही टिक सकता है. उन्होंने कहा,
"यह मेरा पसंदीदा प्रारूप है। सोचता हूँ कि टेस्ट क्रिकेट में अभी भी बहुत मजबूत उपस्थिति है इसलिए वास्तव में इसे कहीं भी जाते हुए नहीं देख रहा हूँ। सोचें कि (टेस्ट और टी20) दोनों को आसानी से संतुलित किया जा सकता है, लेकिन फिर आप खुद से पूछें कि वनडे क्रिकेट क्या देता है।"
गौरतलब जब से 31 वर्षीय बेन स्टोक्स ने वनडे क्रिकेट को अलविदा कहा है तब से ही वनडे चर्चाओ में आ गया है। उनके संन्यास के बाद से ही यह बहस तेज हो गई है कि क्या वनडे फॉर्मेट का भविष्य खतरे में है। स्टोक्स ने कहा था कि उनके लिए कार्यभार संभालना मुश्किल है और कहा कि खिलाड़ियों के साथ कार की तरह व्यवहार नहीं किया जा सकता है।