कोलकाता नाइट राइडर्स के तेज गेंदबाज उमेश यादव (Umesh Yadav) ने शुरूआती मैच में शानदार गेंदबाजी की थी. पॉवर प्ले में उमेश यादव ने कप्तान श्रेयस अय्यर की उम्मीदों के मुताबिक गेंदबाजी की. उन्होंने अपनी तेज गेंदबाजी से शुरूआती कुछ मुकाबलों में विकेट लेकर विपक्षी टीमों की कमर तोड़ दी थी. लेकिन, जैसे-जैसे सीजन आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे उनके प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिल रही है. जिसका खामियाजा उन्हें आने वाले मैचों में भुगतना पड़ सकता है.
आईपीएल में Umesh Yadav का नहीं चल रहा जादू
उमेश यादव (Umesh Yadav) की कहर बरपाती गेंदों पर रन बनाना आसान नहीं होता. लेकिन पिछने एक दो मैचों में उमेश यादव अपने पुराने अवतार में नजर नहीं आ रहे है. उन्होंने 4 मैच खेले हैं. जिसमें 16 ओवरो में 94 रन देकर उनके हाथ केवल 9 विकेट लगे. इस दौरान उनकी इकॉनोमी 5.87 की रही थी. लेकिन, अगले 4 मैचों में उमेश यादव अपनी पुरानी लय में नजर नहीं आये.
उमेश यादव (Umesh Yadav) ने अगले 4 मैचों में 144 रन देकर 2 विकेट हासिल किये. यानी इस दौरान उनकी इकॉनोमी 9 की रही. वहीं अब उनकी बॉलिंग में वो धार नजर नहीं आ रही. जो शुरूआती मुकाबलों में देखने को मिली थी. उनकी बॉलिंग को देखकर ऐसा लगता है कि जैसे बल्लेबाजों ने उन्हें पढ़ लिया. जिससे वह अपना विकेट उमेश यादव की गेंदबाजी पर नहीं गंवा रहे हैं.
शुरूआती मैचों में बरपाया कहर
कोलकाला टीम की शुरूआत इस सीजन में जीत के साथ हुई थी. उन्होंने अपने पहले मुकाबले में चेन्नई को हराया था. उसके बाद टीम अभी तक सभी मुकाबलों में जीत के लिए संघर्ष करती हुई नजर आ रही है. यही हाल कुछ उमेश यादव (Umesh Yadav) का भी रहा. उन्होंने शुरूआती मैचों में बेहतरीन गेंदबाजी की. इसके बाद मानों उनकी गेंदबाजी को किसी की नजर लग गई. उन्होंने पिछले 4 मैचों में 72 रन दिए और 2 विकेट अपने नाम किये. वहीं अब उमेश यादव विकेट लेने के लिए कड़ा संघर्ष करते हुए नजर आ रहे हैं. अगर उन्होंने अपनी गेंदबाजी में विकेट नहीं लिए तो कप्तान उन्हें बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं.
पिछले दो सीजन में नहीं दिखा पाए कुछ खास कमाल
कोलकाता नाइट राइडर्स के तेज गेंदबाज उमेश यादव (Umesh Yadav) पिछले दो सीजन में आइपीएल में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे. साल 2020 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का हिस्सा थे. वहां उन्हें ज्यादा खेलना का मौका नहीं मिला. सिर्फ 2 मुकाबले खेलने को मिले. जिसमें उमेश यादव को कोई सफलता नहीं मिली थी. अगले साल दिल्ली कैपिटल्स की टीम के साथ जुड़े वहां भी कुल मिलाकर हालत एक जैसी ही रही. दिल्ली कैपिटल्स ने उमेश को एक मैच में भी नहीं खिलाया.