Team India: क्रिकेट की दुनिया काफी चकाचौंध है. लेकिन, जहां ज्यादा चकाचौंध होती है अंधेरा भी उतनी ही तेजी से अपने पैर पसारता है.दोनों एक दूसरे के पूरक है. क्रिकेट की दुनिया बाहर से देखने में काफी हसीं लगती है. क्योंकि यहां खिलाड़ी रातों-रात स्टार बन जाते हैं. लेकिन, यह भी नहीं भूलना चाहिए क्रिकेट एक अनिचिश्चताओं का खेल है. यहां खिलाड़ी उतनी ही जैसी से नीचे भी गिर जाता है. जिसे कोई बूझने वाला भी नहीं होता है.
वहीं हम आपको इस लेख में टीम इंडिया (Team India) खिलाड़ी के बारे में बताएंगे. जिसकी तुलना पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग से की जाती थी, लेकिन, अब वह खिलाड़ी गुमनामी के अंधेरे में जी रहा है. भारतीय टीम में वापसी की बात करना तो छोड़ ही दीजिए, 25 साल की उम्र में इस वजह से संन्यास लेने की नौबत आ गई है. आइए जानते हैं उस खिलाड़ी के बारे में...
ये भारतीय खिलाड़ी गुमनामी के अंधेरे में हुआ गुम
टीम इंडिया (Team India) के कई खिलाड़ियों ने युवा अवस्था में अपनी प्रतिभा दिखाई और बहुत कम ही समय में स्टार खिलाड़ियों से उनकी तुलना की जाने लगी. लेकिन, कुछ समय के बाद ही भारतीय क्रिकेट टीम के दरवाजे उनके लिए हमेशा के लिए बंद हो गए. चयनकर्ताओं नें नजरअंदाज करना शुरु कर दिया. वापसी की उम्मीद पर ग्रहण लग गया. वह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि होनहार और टैलेंटेड बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) है.
जिन्होंने शुरुआत मैचों में भारत के लिए खेलते हुए गहरी छाप छोड़ी. लेकिन, अपनी खराब फॉर्म, बढ़ते अनचाहे वजन की वजह से शॉ का किरयर पर खतरा मंडराने लगा. एक समय था कि फैंस और पूर्व खिलाड़ी उनकी तारीफ करने से नहीं थकते थे. लेकिन, आज स्थिति ऐसी ही कि उन्हें रणजी ट्रॉफी में जगह नहीं मिल पा रही है और पृथ्वी शॉ गुमनामी के अंधेरे में कहीं गुम से हो गए हैं.
अब Team India में वापसी के पड़े लाले
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) टीम इंडिया (Team India) के लिए सबसे कम उम्र में तीनों प्रारूपों में खेलते वाले युवा खिलाड़ियों में से एक हैं. उनकी बल्लेबाजी में महानतम बल्लेबाड ब्रायन लारा, सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग की झलक देखने को मिली थी. उन्होंने भारत के लिए सबसे कम उम्र में टेस्ट का करिश्मा भी किया.
लेकिन, वह लंबे समय से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं. शॉ ने साल 2021 में भारत की जर्सी में खेलते हुए देखा गया था. अब उनके लिए टीम इंडिया के दरवाजे बंद होते दिख रहे हैं. अगर, यह कहा जाए कि उनकी वापसी के लाले पड़ गए हैं. चनयकर्ता उन्हें चांस देने के लिए राजी नहीं तो यह गलत नहीं होगा.
भारत में मौका नहीं मिलने पर इस देश से खेलेंगे क्रिकेट
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) अभी 25 साल के हैं. उनमें अभी काफी क्रिकेट बता है. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने कुछ कमाल की पारिया खेली है. लेकिन, भारत में उनकी दाल गलती नहीं दिख रही है. ऐले में पृथ्वी शॉ अपने क्रिकेट को जिंदा रखने के लिए दूसरा विकल्प खोज सकते हैं. वह भारत को छोड़ इंगलैंड में काउंटी क्रिकेट खेल अपना करियर सुनिश्चित कर सकते हैं.
बता दें कि शॉ काउंटी चैंपियशिप में नॉर्थहैम्पटनशायर (Northamptonshire) से पिछले साल डेब्यू किया था. उन्होंने लंदन कप में 379 रनों की पारी खेलकर खूब सुर्खिया बटौरी थी. ऐसे में मीडिया रिपोर्ट की माने तो पृथ्वी शॉअगले सीजन में इस टीम के साथ अपना अनुबंध को बढ़ा सकते हैं.