वेस्टइंडीज के बल्लेबाज ब्रायन लारा (Brian Lara) की गिनती दिग्गज खिलाड़ियों में होती है. उन्होंने वनडे और टेस्ट में 10 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं. इतना ही नहीं उन्होंने साल 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट की एक पारी में 400 रन बनाने का बड़ा क्रीतिमान भी स्थापित किया था जो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़ी पारियों में एक है.
उनका यह महारिकार्ड कोई नहीं तोड़ सका है. लेकिन, एक भारतीय खिलाड़ी यह करिश्मा उनसे पहले कर चुका है. उस इंडियन खिलाड़ी के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. आइए इस रिपोर्ट में जान लेते हैं उस भारतीय खिलाड़ी के बारे में जिसने 443 रनों की विशाल पारी खेली थी.
Brian Lara से पहले इस खिलाड़ी ने खेली थी 400 रनों की पारी
ब्रायन लारा (Brian Lara) ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी गहरी छाप छोड़ी है. यह बात किसी से छिपी नहीं हैं. उन्होंने साल 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट की एक पारी में 400 रनों की विशाल पारी खेली थी जो टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी पारियों में एक हैं. लेकिन एक भारतीय खिलाड़ी यह करिश्मा उनसे पहले कर चुके हैं.
बता दें कि घरेलू क्रिकेट में भारत के दिग्गज बल्लेबाज भाऊसाहेब निंबालकर (Bhausaheb Nimbalkar) ने यह करिश्मा कर दिखाया था. उसके लिए हमें थोड़ा पिछे जाना होगा. बात साल 1938 की है. जब रणजी ट्रॉफी में महाराष्ट्र और काठियावाड़ की टीमें एक दूसरे के आमने सामने थी. इस मुकाबले में महाराष्ट्र के लिए खेल रहे भाऊसाहेब निंबालकर ने 443 रनों की सबसे बड़ी पारी खेली थी. उन्होंने इस पारी में 49 चौके और 1 छक्का लगाया था.
Bhausaheb Nimbalkar का कुछ ऐसा रहा करियर
भारतीय बल्लेबाज भाऊसाहेब निंबालकर (Bhausaheb Nimbalkar) के करियर की बात करे तो उन्होने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 80 मुकाबले खेले. जिनकी 118 पारियों में 47.93 की जबरसदस्त औसत से 4841 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 12 शतक और 22 अर्धशतक भी देखने को मिले. वहीं भाऊसाहेब निंबालकर कीपिंग करते हुए 10 स्टंप किए और विकेट के पीछे 37 कैच भी लपके.
साल 2012 में 92 साल की उम्र में ली आखिरी सांस
भाऊसाहेब निंबालकर (Bhausaheb Nimbalkar) का जन्म 12 दिसंबर, 1919, कोल्हापुर, महाराष्ट्र में हुआ था. लेकिन, उन्होंने अपने 93वें जन्मदिन से एक दिन पहले यानी 11 दिसंबर को साल 2012 में कोल्हापुर में ही 92 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. बता दें कि उन्होंने कभी भी आधिकारिक टेस्ट मैच में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं किया और देश के लिए केवल एक बार खेले - 1949-50 में पहली राष्ट्रमंडल टीम के खिलाफ थे. जब निंबालकर 48 रन बनाए थे.
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